राजस्थान में बारिश ने तोड़े 106 साल के रिकार्ड
राजस्थान के मौसम ने 106 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। मई महीने में 2023 में इस बार 13.6 मिलीमीटर की तुलना में 62.4 मिलीलीटर बारिश दर्ज की गई। ऐसी वर्षा 106 साल पहले 1917 में हुई थी। उस समय प्रदेश में 71.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। लंबी अवधि के औसत को लेकर बात करें तो 358 फीसदी अधिक बारिश हुई है। मई में इस बार वर्षा 458 फीसदी रही। यह औसत 1971 और 2020 के आधार पर मापा जाता है।
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक और मौसम वैज्ञानिक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि मई में औसत से तीन गुना पश्चिमी विक्षोभ आए हैं। इसके कारण ही यह बारिश हुई है। मार्च में छह से सात, अप्रैल में पांच से छह और मई में यह आठ से नौ पश्चिमी विक्षोभ आए हैं। इसकी वजह से प्रदेश में मात्र आठ दिन मौसम शुष्क रहा। मई में पूरे 23 दिन बारिश राजस्थान में कहीं न कहीं होती रही। जून की भी शुरूआत पश्चिमी विक्षोभ के साथ होने जा रही है।
भारतीय मौसम विभाग के जयपुर केंद्र ने बताया है कि राजस्थान के 33 के 33 जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज हुई है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह अंतर 60 फीसदी से अधिक है। हर जिले में कम से कम 60 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इस वर्षा के साथ प्रदेश ग्वार और मूंग की बुवाई शुरू हो गई है। इसके साथ कई जगह धान भी बैठाए जा रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग के जयपुर केंद्र ने बताया है कि बीकानेर ने दैनिक वर्षा का 24 साल पुराना रिकार्ड तोड़ दिया है। 29 मई को यहां 72.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इससे पहले 1999 में यहां 63.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज गई थी। गौरतलब है कि बीकानेर पाकिस्तान सीमा से सटा हुआ है। यहां से पश्चिमी विक्षोभ की गतिविधियां गुजरती हैं।
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। लंबी अवधि के औसत के अनुसार 428 फीसदी बारिश इस क्षेत्र में हुई है। वहीं पश्चिमी राजस्थान में 481 फीसदी वर्षा दर्ज की गई है। संपूर्ण राजस्थान की अगर बात करें तो यह बारिश मई में 458 फीसदी तक जा पहुंची है।