दर्दनाक हादसा : कहीं सिर तो कहीं दिखा धड़…. पढ़ें पूरी खबर
जयपुर में हुए एलपीजी टैंकर ब्लास्ट में 34 पैसेंजर्स से भरी स्लीपर बस भी जल गई है। इसमें सवार 34 पैसेंजर्स में से 20 झुलसे हैं। टैंकर फटने के बाद लगी आग की लपटें इतनी ऊंची थीं कि कई पक्षी तक जल गए। बस और ट्रक के साथ हाईवे पर कई गाडिय़ां भी आग की चपेट में आईं हैं। आग की तपिश से एक बाइक सवार का हेलमेट उसके चेहरे से चिपक गया और उसकी आंखें तक जल गईं। घायलों के बीच एक ऐसी लाश भी हॉस्पिटल पहुंची जिसका केवल धड़ था। सिर और पैर गायब थे। दरअसल, शुक्रवार सुबह दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास एलपीजी टैंकर और ट्रक की भीषण टक्कर में 11 लोग जिंदा जल गए। हादसे में 35 से ज्यादा लोग झुलसे हैं। हादसे के करीब 6 घंटे बाद तक लोगों को घुटन व आंखों में जलन महसूस हो रही है।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने घटना पर दुख व्यक्त किया। राजस्थान सरकार ने मृतकों के परिवार को पांच लाख रुपये और घायलों को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का एलान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर अग्निकांड के पीडि़तों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिवार को दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की। जयपुर हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दुख व्यक्त किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जयपुर में हुआ सड़क हादसा अत्यंत दु:खद है।
जयपुर पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया। लोग 9166347551, 8764868431 और 7300363636 नंबरों पर कॉल करके पीडि़तों के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
रुक्कत्र से भरा टैंकर अजमेर की तरफ से जयपुर आ रहा था। भांकरोटा में डीपीएस स्कूल के सामने से टैंकर यू-टर्न ले रहा था। जयपुर की ओर से आ रहे ट्रक ने गैस के टैंकर के नोजल में टक्कर मार दी। नोजल से करीब 18 टन गैस हवा में फैल गई और 200 मीटर का एरिया गैस का चैंबर बन गया। इसके कुछ सेकेंड बाद ही टैंकर में जोरदार धमाका हुआ और आसपास की गाडिय़ों में आग फैल गई। गेल इंडिया के ष्ठत्ररू ने बताया कि हादसा स्थल से करीब 100 मीटर दूर कच्चे तेल की पाइपलाइन भी है, लेकिन वो सेफ है। उदयपुर से आ रहीं बस कुछ मिनटों में जलकर पूरी तरह खाक हो गई। बस मालिक का कहना है कि जो यात्री लापता हैं उन्हें ढूंढा जा रहा है। उदयपुर से आ रहीं बस कुछ मिनटों में जलकर पूरी तरह खाक हो गई। बस मालिक का कहना है कि जो यात्री लापता हैं उन्हें ढूंढा जा रहा है। लेकसिटी ट्रैवल की बस गुरुवार रात 9 बजे उदयपुर से निकली थी। उस दौरान बस में 35 यात्री थे। एक पैसेंजर अजमेर में उतर गया था। बस को सुबह करीब 6.30 बजे जयपुर पहुंचना था, लेकिन 5.45 मिनट पर ही हादसे का शिकार हो गई। बस के पैसेंजर ने बताया कि अचानक ही बस में आग लग गई थी। बस का मेन गेट भी लॉक हो गया था। इस कारण लोगों को बाहर निकलने में देर हुई और कई लोगों की मौत हो गई। बस का ड्राइवर इस हादसे में सबसे पहले चपेट में आया। मौके पर 2 से 3 किलोमीटर के एरिया में सड़क पर जो भी वाहन थे, वे सभी इस आग की चपेट में आ गए। इसके बाद करीब एक घंटे तक धमाके सुनाई दिए।
लोग कपड़े उतारकर भागे- हवा में तेजी से फैली गैस ने हादसे को भयावह कर दिया। आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि जब वे धमाका सुनकर बाहर निकले तो लोग इधर-उधर भाग रहे थे। कई लोग जलते हुए कपड़ों को उतारने की कोशिश कर रहे थे। मौके पर पहुंचे एक परिजन मोहन लाल ने बताया, “मदद करने के दौरान भी कई लोग गैस के कारण बेहोश हो गए। आग इतनी भीषण थी कि हम दूर हो गए। मौके पर क्या हुआ, कुछ पता ही नहीं चला। मेरा भी भांजा हरिलाल हादसे में झुलस गया। उसका इलाज चल रहा है।” हादसे की जगह करीब 400 मीटर के दायरे में सैकड़ों की संख्या में पक्षी भी जले हुए पड़े हैं। सड़क किनारे खड़ी 25 से ज्यादा गाडिय़ां भी जल गई हैं।