गुरु पुष्य नक्षत्र पर बन रहा सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि का योग, करें ये काम
इस बार दिवाली के पहले 24 अक्टूबर 2024 गुरुवार के दिन गुरु पुष्य योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है। यह नक्षत्र लक्ष्मी पूजा और खरीदी के लिए शुभ माना जाता है। सोना और वाहन खरीदने का मुहूतर्: सुबह 11:43 से दोपहर 12:28 के बीच रहेगा। इसके अलावा जानिए कि इस दिन और क्या कर सकते हैं।
गुरु पुष्य योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग रहेगा
नक्षत्र प्रारंभ:- 24 अक्टूबर को प्रात: 06:15 से प्रारंभ।
नक्षत्र समाप्त:- 25 अक्टूबर को प्रात: 07:40 बजे समाप्त।
पुष्य नक्षत्र का महत्व:- यह नक्षत्र सोना, चांदी और वाहन खरीदा के लिए शुभ माना जाता है। पुष्य नक्षत्र स्थायी होता है़ अत: इस नक्षत्र में खरीदी की गई कोई भी वस्तु लंबे समय तक उपयोगी रहती है तथा शुभ फल प्रदान करती है। यह नक्षत्र योग सोना, चांदी, बर्तन, वाहन, घर, गृह प्रवेश, ग्रह शांति, शिक्षा सम्बन्धी मामलों के लिए अत्यंत श्रेष्ठ माना जाता है। यह योग अन्य शुभ कार्यों के लिए भी शुभ मुहूर्त के रूप में जाना जाता है।
सोना और वाहन खरीदने का मुहूतर्: सुबह 11:43 से दोपहर 12:28 के बीच।
लाभ का चौघडिय़ा: दोपहर 12:05 से दोपहर 01:29 के बीच।
शुभ का चौघडिय़ा: अपराह्न 04:18 से शाम 05:42 के बीच।
पुष्य नक्षत्र पर बृहस्पति (गुरु), शनि और चंद्र का प्रभाव होता है इसलिए सोना, चांदी, लोहा खरीदना शुभ है। पुष्य नक्षत्र में वाहन, स्वर्ण एवं रजतक के आभूषण और पीली वस्तुएं खरीदें। जैसे पीतल के बर्तन।इसके अलावा इस नक्षत्र में बहीखाता, परिधान, उपयोगी वस्तुएं भी खरीदना शुभ होता है। इस नक्षत्र के देवता बृहस्पति हैं जिसका कारक सोना है। स्वामी शनि है अत: लोहा और चंद्र का प्रभाव रहता है इसलिए चांदी खरीदते हैं।
स्वर्ण, लोहा या वाहन आदि और चांदी की वस्तुएं खरीदी जा सकती है। इसी के साथ ही बड़े निवेश करना इस नक्षत्र में अत्यंत शुभ माने जाते हैं। इस दिन घर खरीदना या गृह प्रवेश भी शुभ रहेगा क्योंकि अमृत के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग भी है। नए व्यापार की शुरुआत गुरु पुष्य नक्षत्र के दिन करना सर्वश्रेष्ठ माना गया है।
गुरु पुष्य के दिन श्री विष्णु तथा माता लक्ष्मी का पूजन करने तथा श्रीयंत्र खरीदने से भी समृद्धि आती है। यदि तंत्र-मंत्र की सिद्धि करना चाहते हैं तो गुरु पुष्य नक्षत्र का दिन शुभ है, इसमें निश्चित सफलता मिलती है। इस दिन छोटे शिशुओं का उपनयन संस्कार करना उचित रहता है। गाय को गुरु पुष्य नक्षत्र के दिन गुड़ खिलाने से आर्थिक लाभ होता है। अगर किसी के जन्म कुंडली में गुरु दोष हो तो, गुरु पुष्य नक्षत्र का दिन गुरु दोष के दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए सबसे उत्तम माना गया है। गुरु पुष्य नक्षत्र के दिन भूमि/जमीन/प्लॉट, घर/भवन और दुपहिया तथा चारपहिया वाहन खरीदना शुभ माना गया है। इस दिन अपनी दुकान में दक्षिणावर्ती शंख रखने से व्यापार में निरंतर बढ़ोत्तरी होती है, तथा धनागमन का रास्ता खुलता है। गुरु पुष्य नक्षत्र पर चांदी का एक चौकोर टुकड़ा खरीद लें और उसका पूजन करने से चल रहा आर्थिक संकट दूर होता है। गुरु पुष्य नक्षत्र के दिन छोटे बच्चों को विद्याभ्यास के लिए गुरुकुल में भेजना चाहिए। गुरु पुष्य नक्षत्र के दिन सोने के छोटे या बड़े आभूषण खरीदने से घर में समृद्धि बनी रहती है।