गुजरात तट से टकराया बिपरजॉय…. देखें पांच वीडियो
गुजरात तट पर बिपरजॉय चक्रवात ने दस्तक दे दी है। इससे तटीय इलाकों में 125 से 135 किमी घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। तूफान की चपेट में गुजरात के 10-12 जिले हैं, लेकिन असर कई राज्यों में होगा।
सौराष्ट्र के तटीय इलाकों में बड़े-बड़े पेड़ व बिजली के सैकड़ों पोल तक उखड़ गए हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित द्वारका जिले के तो 38 गांवों में पेड़ों के गिरने की खबर है। सूरत समेत उत्तर गुजरात के कई जिलों में 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की स्पीड से हवाएं चल रही हैं। सैकड़ों कच्चे मकान ध्वस्त हो चुके हैं। कई इलाकों में समुद्र का पानी घुस गया है।
जिन इलाकों में तूफान का खतरा सबसे ज्यादा है, वहां चप्पे-चप्पे पर सेना और एनडीआरएफ के जवान तैनात हैं। सौराष्ट्र के कई जिलों में गुरुवार दोपहर 2 बजे तक रहे ऑरेंज अलर्ट को अब रेड अलर्ट में बदल दिया गया है।
एहतियात के तौर पर लगभग एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। गुजरात के 8 जिलों में सेना, एयरफोर्स, नेवी, कोस्टगार्ड, हृष्ठक्रस्न, स्ष्ठक्रस्न की तैनाती की गई है। देश के अलग-अलग राज्यों में एनडीआरएफ की कुल 42 टीमों की तैनाती की गई है।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के तट से टकराने के बाद गुजरात के कई शहरों की बिजली काट दी गई है। सवेरे समंदर में कम उंची लहरें उठ रही थी, लेकिन अब टकराने के बाद यहां 5 मीटर ऊंची लहरें उठ रही हैं। मौसम विभाग ने बताया की ये तूफान आधी रात यानी 12 बजे तक एक्टिव रहेगा।
चक्रवाती तूफान के लैंडफॉल होने के बाद से तेज बारिश और काफी तेज हवाएं देखने को मिल रही है। आपदा से प्रभावित सभी जगहों पर एनडीआरएफ की टीम मौजूद है।
मौसम विभाग ने दी सूचना
भारतीय समयानुसार 5:30 बजे, पूर्वोत्तर अरब सागर पर लगभग 22.9एहृ अक्षांश और 68.0एश्व देशांतर के पास, जखाऊ बंदरगाह से 70 किमी पश्चिम-दक्षिणपश्चिम, देवभूमि द्वारका से 130 किमी पश्चिम-उत्तरपश्चिम, नलिया से 100 किमी पश्चिम-दक्षिणपश्चिम और कराची (पाकिस्तान) से 240 किमी दक्षिण- दक्षिणपूर्व में स्थित था। इसके उत्तरपूर्व दिशा में बढऩे और 15 जून, 2023 की रात्रि तक एक अति प्रचण्ड चक्रवाती तूफान के रूप में 140 किमी प्रति घंटे के वायु झोंकों एवं 115-125 किमी प्रति घंटे की निरन्तर धरातलीय पवनगति के साथ सौराष्ट्र-कच्छ और उससे लगे पाकिस्तान के तटों को माण्डवी (गुजरात) एवं कराची (पाकिस्तान) के मध्य जखाऊ बंदरगाह के पास अगले कुछ घंटों के दौरान पार करने की संभावना है।