प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं और पुलिस के बीच हुई धक्का-मुक्की
जयपुर। आलाकमान के आह्वान पर आज राजस्थान की राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर कांग्रेस ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस द्वारा शहीद स्मारक से राजभवन तक पैदल मार्च भी निकालने का प्रयास किया गया, लेकिन पुलिस ने बेरिकेड लगाकर कार्यकर्ताओं को रोक लिया। इसके बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हो गई, इसके बाद पुलिस ने वाटर केनन का इस्तेमाल कर भीड़ को तीतर-बितर किया। राजभवन तक पैदल मार्च के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डोटासरा और पायलट को कंधों पर उठा लिया। इसके बाद बैरिकेडिंग के पास जमकर नारेबाजी की और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजभवन कूच करने की कोशिश की। लेकिन कार्यकर्ताओं और नेताओं को बैरिकेडिंग कर रोका। उसके बाद वाटर कैनन से पानी की बौछार की गई। बताया जा रहा है कि जैसे ही कांग्रेस के कार्यकर्ता राजभवन की ओर मार्च करने के लिए आगे बढ़े तो पुलिस ने उन्हें शहीद स्मारक पर ही रोका।
इस दौरान कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता शमा खान और अन्य कार्यकर्ताओं की पुलिस से धक्का-मुक्की हो गई। शमा खान इस दौरान बेहोश हो गईं। इसके बाद उनको पानी पिला करके साथी कार्यकर्ताओं और पुलिस ने संभाला। दरअसल, शहीद स्मारक पर प्रदर्शन के दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने आवाज उठाई, जो कुछ भी अडानी को दिया जा रहा है, वह सही है क्या? कांग्रेस का विरोध पूंजीपतियों से नहीं है, लेकिन आप एकतरफा फैसला करो। एक को ही सब दे दो, यह गलत है। अशोक गहलोत ने कहा कि मणिपुर की पीएम मोदी ने सुध नहीं ली, इससे राज्यों में गलत मैसेज गया। मणिपुर जल रहा है, प्रधानमंत्री मोदी को वहां जाने की फुर्सत नहीं है। यह घटना मामूली नहीं है। पीएम का मणिपुर नहीं जाना और ध्यान नहीं देना चिंता का विषय है।
गहलोत ने कहा कि हमें संगठन को मजबूत करना होगा। बूथ तक जाना होगा। प्रदेशाध्यक्ष कितना भी प्रयास कर लें, इन्होंने मंडल बना दिए कई राज्यों में तो मंडल बूथ खाली हैं। बूथ तक संगठन मजबूत बन जाएगा तो आपकी ताकत बढ़ जाएगी।
कार्यकर्ताओं के सामने चिंता जाहिर की
वहीं, अशोक गहलोत ने पार्टी के कार्यकर्ताओं के सामने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि पार्टी संकट में होती है, तब असली कार्यकर्ता नेता की पहचान होती है। संकट के समय जो नेता आगे आते हैं, वही कांग्रेस के असली और वफादार सिपाही होते हैं। इसलिए आज आपका आना मायने रखता है। बीजेपी के लोग धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण करते हैं। गहलोत ने कहा कि चुनाव में हार-जीत अलग बात है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी कभी परवाह नहीं करते हार-जीत की, लेकिन जो वोटिंग पैटर्न महाराष्ट्र में सामने आया, उससे पूरा देश चकित रह गया।