भीनासर के मुरलीमनोहर मैदान में होगा रावण दहन, रावण के मुख से निकलेंगे अंगारे 15 फुट लम्बी होगी तलवार
विगत 30 वर्षों से हो रहा रावण दहन, कमेटी के कार्यकर्ता रोजाना रात को 4 घंटे जुटते हैं निर्माण में
बीकानेर। दशहरे को लेकर तैयारियां प्रारंभ हो चुकी है। भीनासर में भी पिछले एक सप्ताह से दशहरा कमेटी भीनासर के कार्यकर्ता रावण बनाने में जुटे हुए हैं। कमेटी के कुसमकांत जोशी ने बताया कि विगत 30 वर्षों से भीनासर के मुरलीमनोहर मैदान में रावण दहन किया जा रहा है। खास बात यह है कि कमेटी के कार्यकर्ता देशी तकनीक से स्वयं हर वर्ष रावण के पुतले का निर्माण करते हैं। कमेटी के कार्यकर्ता दशहरे से काफी दिन पहले ही निर्माण में जुट जाते हैं क्योंकि दिन में वह अपना रोजमर्रा का काम करते हैं और रात्रि में रावण के पुतले के निर्माण में जुट जाते हैं। कमेटी के सीताराम सोलंकी ने बताया कि करीब 30 वर्षों में 60 फीट से लेकर 85 फीट ऊंचाई तक के रावण के पुतले बनाए जा चुके हैं।
ये कार्यकर्ता अपनी कल्पना से ही रावण के पुतले को डिजाइन करते हैं और मजबूत ढांचा बनाते हुए हर बार कोई न कोई नवाचार करते है। इस बार रावण के मुंह से अंगारे, तलवार, ढाल, तथा मुकुट में लाईट जलाने का काम किया जाएगा। इसके साथ ही रिमोट से रावण जलाया जाएगा और 15 फिट लंबी तलवार और 10 फिट चौड़ी ढाल भी बनाई जायेगी। पुतले के निर्माण में सामग्री के रूप में थर्माकोल, बांस पट्टी, सुतली, रंग-बिरंगे कागज, जीआई तार, कपड़े आदि का उपयोग किया जाता है और रंगारंग आतिशबाजी भी दर्शकों के आकर्षण का केंद्र होता है। पुतला निर्माण में मनीष सोलंकी, अभिमन्यु सोलंकी, सूर्यप्रकाश पडि़हार, श्यामसुंदर सोलंकी, घनश्याम सुथार, श्रीधर सोलंकी, हेमेन्द्र जोशी, विदित भाटी, मेघराज सोलंकी, सुमित गहलोत, पुष्पेन्द्र सिंह, पंकज मोदी, जगदीश सुथार, मुरली सुथार, वासुदेव सुथार, पवन सुथार, दुर्गेश सुथार, धर्मेन्द्र सुथार व कुशल सुथार का सहयोग रहता है।