भूस्खलन वाली जगह से आने लगी दुर्गंध, अब तक 27 मौतें और 81 लापता
महाराष्ट्र के रायगढ़ में हुए भूस्खलन में पूरा का पूरा गांव ही दब गया था। तीन दिनों से यहां लोगों को निकालने का काम चल रहा है। अब तक मलबे से 27 शव बरामद किए जा चुके हैं। बताया जा रहा है कि अभी 81 लोग लापता है। खराब मौसम की वजह से राहत और बचाव के कार्य में और भी दिक्कत आ रही है। भूस्खलन प्रभावित इलाके में शवों से दुर्गंध आने लगी है। इसके बाद इरशालवाड़ी और नानीवली गांव में धारा 144 लगा दी गई है।
राहत और पुनर्वास विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि नवीनतम आंकड़ों के अनुसार गांव की आबादी 229 थी और वर्तमान में, 98 लोगों को अस्थायी शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। एक अधिकारी ने कहा कि मलबे में दबे शव अब सडऩे भी लगे हैं। अब जिंदा लोगों को निकालने की कोई उम्मीद नहीं है।
फिर भी लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखकर बचाव अभियान चलाया जा रहा है। इस बीच प्रशासन ने भूस्खलन संभावित 6 गांवों के 147 परिवारों को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया है। सीएम एकनाथ शिंदे ने यह घोषणा की है कि जिन बच्चों ने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है उन्हें गोद लेंगे। 2 से लेकर 14 साल के अनाथ हुए बच्चों की देखभाल श्रीकांत शिंदे फाउंडेशन की तरफ से की जाएगी।