योगा, डांस, एंकरिंग और श्लोक वाचन के साथ अर्हम् का संस्कार निर्माण शिविर सम्पन्न
प्रत्येक स्कूल में संस्कार निर्माण शिविर का आयोजन बेहद जरूरी : दिलीप पुरी
जो मन को भाए दूसरों को नहीं सताए, संस्कार की सार्थक परिभाषा : ज्योतिप्रकाश रंगा
बीकानेर। बालिकाएं विभिन्न राज्यों की साडिय़ों का प्रदर्शन कर रही थी, तो कुछ विद्यार्थी डांस में धमाल मचा रहे थे। यह दृश्य था नोखा रोड स्थित अर्हम् इंग्लिश एकेडमी में आयोजित सात दिवसीय संस्कार निर्माण शिविर के समापन समारोह का। बुधवार को संस्कार निर्माण शिविर के समापन समारोह के मुख्य अतिथि राजनेता दिलीप पुरी, मुख्य वक्ता ज्योतिप्रकाश रंगा, विनय हर्ष, रेशमा वर्मा, रेनू खत्री एवं जगदीश चुग का आतिथ्य रहा।
संस्था सचिव सुरेन्द्र कुमार डागा ने बताया कि शिविर के समापन अवसर पर प्रतिभागियों ने जो सात दिन में शिक्षा ग्रहण की उसका प्रदर्शन किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ फायर लेस की विभिन्न व्यंजनों, हेयर स्टाइल, मेकअप, स्केचिंग आर्ट एंड क्राफ्ट के हुनर का प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने शिविर समापन एवं योगा दिवस पर अनेक प्रस्तुतियां दी। संस्था एमडी रमा डागा ने बताया कि 15 जून से शुरू हुए सात दिवसीय संस्कार निर्माण शिविर में विद्यार्थियों को संस्कारों से परिपूरित करने का प्रयास किया गया। गौरतलब है अर्हम् स्कूल अपना 25वां स्थापना दिवस अर्हम् वर्ष के रूप में मना रहा है। अर्हम् वर्ष में 14 माह तक निरन्तर 25 आयोजन कर अर्हम् विश्व रिकॉर्ड की ओर अग्रसर हो रहा है। विगत 27 जनवरी को धर्माचार्यों के मंगल संदेश के साथ हुआ, जिसके बाद प्रतिभा सम्मान, पर्यावरण संदेश, 751 दीपक से अर्हम् वर्ष रोशन किया गया। 4 अप्रैल को कवि सम्मेलन तथा 5 अप्रैल को पूर्व छात्र मिलन यूनिसन 2023 और 7 मई को स्कॉलर टेस्ट सम्पन्न किया गया।