सुथार समाज का सामूहिक विवाह समारोह : 13 जोड़े बंधे परिणय सूत्र में
भामाशाह भंवर नरसी पूनम कुलरिया ने 5 लाख 11 हजार रुपए का किया सहयोग
बीकानेर। सामूहिक विवाह वर्तमान समय की महत्ती आवश्यकता है। ऐसे आयोजन न केवल जरुरतमंद परिवारों को संबल प्रदान करते हैं, अपितु दहेज प्रथा के चलते बिखरने वाले परिवारों को जोडकऱ रखने का काम भी करते हैं। यह बात देश के जानेमाने भामाशाह एवं समाजसेवी नरसी कुलरिया ने श्री विश्वकर्मा सुथार समाज के सामूहिक विवाह समारोह में वर-वधू को आशीर्वाद देते हुए कही। नरसी कुलरिया ने कहा कि यह हमारा दायित्व बनता है कि हमें उन सभी परिवारों का सम्मान करना चाहिए, जो सामूहिक विवाह जैसे आयोजन में अपने बच्चों की शादी करवाकर एक मिसाल पेश करते हैं। मंगलवार को धरणीधर हैरिटेज में आयोजित श्री विश्वकर्मा सुथार समाज सामूहिक विवाह समारोह में इस बार तुलसीजी एवं शालीग्रामजी सहित कुल 14 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे।
समिति अध्यक्ष नवरतन धामू ने बताया कि भंवर नरसी पूनम कुलरिया परिवार समाजसेवा के कार्यों में सदैव अग्रणी रहता है। इस बार समिति को 5 लाख 11 हजार रुपए प्रदान करने की घोषणा की तथा दुल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद प्रदान किया। समिति के श्यामसुंदर बरड़वा ने बताया कि समिति की ओर से अध्यक्ष नवरतन धामू, संस्थापक सदस्य कन्हैयालाल बरड़वा, मंत्री शिवप्रकाश डोयल एवं कोषाध्यक्ष छगनलाल छडिय़ा आदि ने सुथार समाज के गौरव नरसी व पूनम कुलरिया तथा संपूर्ण कार्यक्रम में प्रसादी के लाभार्थी रहे सीलवा के ही समाजसेवी देवाराम कुलरिया के पुत्र भूराराम, चीमाराम, दीपक एवं लालचन्द कुलरिया का अभिनन्दन किया गया। कार्यक्रम में केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, विधायक जेठानन्द व्यास, श्री विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड राजस्थान के अध्यक्ष रामगोपाल सुथार, संत रामेश्वरानन्दजी महाराज, प्रेम कुलरिया, एंकर त्रिलोकचंद सुथार, नरेन्द्र कुलरिया, गुमानसिंह राजपुरोहित का आतिथ्य रहा। जगदीशप्रसाद धामू, श्यामसुदंर नागल, सत्यनारायण नागल, भूराराम मांडण, रामूराम मांडण, अशोक नागल, लक्ष्मीनारायण नागल, सुन्दरलाल मांडण, तेजाराम मांडण, किशनलाल बुढड़़, सूरजमल डोयल, भगवानाराम फौजी, सुभाष पुरोहित, बाबूलाल बरड़वा, भंवरलाल माकड़, जयलाल भद्रेचा आदि उपस्थित रहे।