भारत बंद : राजस्थान के 4 जिलों में नेटबंदी, 16 जिलों की स्कूलों में छुट्टियां, तीन यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं हुई रद्द
सुप्रीम कोर्ट के स्ष्ट आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने की इजाजत देने के खिलाफ बुधवार को दलित-आदिवासी संगठनों ने 14 घंटे का भारत बंद रखा। नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन ने इसे दलित और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ बताया है। बिहार में बंद का सबसे ज्यादा असर दिखा वहीं राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में मिलाजुला असर रहा। कांग्रेस, टीएमसी, सपा, बसपा, आरजेडी, झामुमो समेत कई दलों ने बंद का समर्थन किया है। राजस्थान-पाकिस्तान बॉर्डर के जिले बाड़मेर में निकाली गई रैली में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। जयपुर समेत 16 जिलों में स्कूलें बंद रही, भरतपुर में एहतियातन इंटरनेट बंद रहा वहीं अलवर में रोडवेज की बसें रोकी गई। मध्य प्रदेश के उज्जैन में बाजार बंद कराने पर दुकानदारों की प्रदर्शनकारियों से झड़प हुई। 9 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि अनुसूचित जाति के आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू नहीं किया जाएगा। 1 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बीआर गवई ने टिप्पणी की थी कि स्ष्ट-स्ञ्ज में भी क्रीमी लेयर लागू करने पर विचार करना चाहिए। इसे लेकर दलित सांसदों ने पीएम से मिलकर अपनी चिंता जताई थी।
भरतपुर संभाग के 4 जिलों (भरतपुर, करौली, सवाई माधोपुर और डीग-कुम्हेर) में नेटबंदी की गई है। जयपुर सहित 16 जिलों में स्कूल-कॉलेजों में भी छुट्टी है। तीन यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं भी कैंसिल की गई हैं। जोधपुर के सोमेसर गांव दुकान बंद कराने के लिए प्रदर्शनकारियों ने गर्म तेल की कढ़ाई उलट दी। इस कारण हलवाई के दोनों पैर जल गए। जोधपुर शहर में रैली निकालने के दौरान बंद समर्थक ट्रैफिक पुलिस की पोस्ट पर चढ़ गए। बंद का असर जयपुर में भी रहा। राजधानी में सिटी बसों का संचालन नहीं हुआ। अलवर-भीलवाड़ा में रोडवेज बसें बंद हैं। पाली, बाड़मेर, जैसलमेर, टोंक सहित कई शहरों में निकली रैलियों में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। सवाई माधोपुर में डीजे बजाते हुए कार्यकर्ता डंडे लहराते हुए रैली में पहुंचे। पाली में समिति की टीमों ने सुबह दुकानें बंद करवाईं। बंद के आह्वान पर भाजपा नेता किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ हैं।
बीकानेर में दिखा मिलाजुला असर, बज्जू में दुकानदार से मारपीट
सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण से जुड़े निर्णय के विरोध में बुधवार को भारत बंद का बीकानेर में भी व्यापक असर देखने को मिला। बीकानेर शहर में बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। हालांकि बज्जू में दुकान बंद करने को लेकर विवाद हो गया, स्कूलों में छुट्टी रही। पुलिस को चप्पे-चप्पे पर तैनात किया गया ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर निपटा जा सकें। बज्जू कस्बे में दुकान बंद कराने के दौरान विवाद हो गया। इस दौरान कुछ लोगों ने मिलकर अशोक कुमार नामक युवक पर हमला बोल दिया। उसके सिर में चोट लगी, जिससे खून आने लगा। दुकान खोलने से नाराज आंदोलनकारी अशोक कुमार से उलझ गए और बात मारपीट तक पहुंच गई। इसके बाद बज्जू के व्यापारियों में आक्रोश है। अनुसूचित जाति एवं जनजाति के द्वारा बुधवार को भारत बंद के आह्वान पर राष्ट्रीय सर्व मेघवंश महासभा (इंडिया) के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने भागीदारी निभाई। महासभा के जिला अध्यक्ष एडवोकेट जगदीश रैण एवं जिला प्रवक्ता एडवोकेट कुलदीप कड़ेला ने बताया कि प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को जिला कलेक्टर के मार्फत ज्ञापन सौंपा गया। प्रतिनिधि मंडल में महासभा के एडवोकेट बहादुर सिंह निमौरिया, एडवोकेट महेंद्र बारूपाल एवं एडवोकेट सुभाष इणखिया शामिल रहे।