योगी बोले- वक्फ की जमीनों पर अस्पताल, गरीबों के लिए बनेंगे मकान, जिसे बांग्लादेश पसंद, वो वहां चला जाए

हरदोई। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा- वक्फ की जमीनें वापस ली जाएंगी। इन पर अस्पताल, गरीबों के लिए मकान, स्कूल, विश्वविद्यालय बनेंगे। निवेश के लिए लैंड बैंक तैयार होगा। वक्फ कानून के विरोध में बंगाल में हो रही हिंसा पर सीएम ने हरदोई में कहा- लातों के भूत बातों से नहीं मानते हैं। दंगाई डंडे से ही मानेंगे। जिसे बांग्लादेश पसंद है, वह बांग्लादेश चला जाए। उन्होंने कहा- बंगाल जल रहा है, लेकिन वहां की मुख्यमंत्री के साथ-साथ सपा और कांग्रेस भी चुप हैं। ममता बनर्जी दंगाइयों को शांतिदूत कहती हैं और सेक्युलरिज्म के नाम पर उन्हें खुली छूट दे दी है। इस तरह की अराजकता पर लगाम लगनी चाहिए। वहां की कोर्ट को धन्यवाद दूंगा, जिसने वहां के अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा के लिए कदम उठाया है। योगी मंगलवार को माधोगंज स्थित रुइया गढ़ी पहुंचे, जहां उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजा नरपत सिंह के विजय दिवस समारोह में भाग लिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 650 करोड़ रुपए की 729 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। सपा-कांग्रेस को परेशानी है कि अब गुर्गे खाली हो जाएंगे इन लोगों को इसलिए परेशानी हो रही है, क्योंकि अब उनके गुर्गों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। वो गुर्गे जो पहले जनता को लूटते थे। जो भस्मासुर पाल रखे थे, अब उन्हें डर है कि कहीं वही इन्हें न डसने लगें। जो अकूत संपत्ति इक_ा की गई थी, उस पर डकैती न पड़ जाए। इसलिए ये वक्फ के नाम पर जनता को गुमराह कर रहे हैं, आंखों में धूल झोंक रहे हैं, लेकिन गुमराह होने की जरूरत नहीं है।
हमें संविधान और बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के आदर्शों पर विश्वास रखना है और विकास की प्रक्रिया से जुडऩा है। पहले रोजगार का अभाव था, अव्यवस्था थी। हमने योजनाओं को आगे बढ़ाया है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। पहले लोगों को पलायन करना पड़ता था, लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है। 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में हर दूसरे-तीसरे दिन दंगे होते थे। इन दंगाइयों का इलाज केवल डंडा है, बिना डंडे के वे मानेंगे नहीं। ये लोग भारत की धरती पर बोझ बने हुए हैं मुर्शिदाबाद को लेकर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और टीएमसी सब मौन हैं। वे धमकी पर धमकी दे रहे हैं और बांग्लादेश में जो हुआ, उसका समर्थन कर रहे हैं। अगर उन्हें बांग्लादेश अच्छा लगता है, तो वहीं चले जाएं। ऐसे लोग भारत की धरती पर बोझ बन चुके हैं।