महिलाओं ने एसएचओ को जमीन पर गिराया, गर्दन दबोचकर नोचा

बीकानेर। थाने की जमीन को लेकर चल रहे विवाद में महिलाओं ने एसएचओ को जमीन पर गिरा दिया। फिर गर्दन पकड़कर दबोच लिया और नोच डाला। थानाधिकारी का कहना है- जमीन थाने के लिए आवंटित कर दी, परिवार जमीन अपनी होने का दावा कर रही है। मामला सोमवार का बीकानेर के जसरासर गांव का सुबह 11 बजे का है। एसएचओ संदीप पूनिया ने बताया- यह जमीन ग्राम पंचायत जसरासर ने पुलिस थाने के लिए आवंटित की थी। इसके बाद एसडीएम स्तर पर जमीन का सीमा ज्ञान करवाया था। सीमा ज्ञान करने से ही पता चला कि थाने के लिए जमीन कौन सी है। उसी जमीन पर कब्जा लिया गया था। यहां टेंट लगाया गया था। जमीन पर तारबंदी करने और टेंट लगाने के बाद मूलाराम ने हाईकोर्ट में अपील की, जिस पर स्टे मिल गया। स्टे मिलने तक पुलिस अपना कब्जा कर चुकी थी। ऐसे में इसके साथ छेड़छाड़ नहीं हो सकती थी। आज सुबह थाने के स्टाफ के साथ यहां से गुजर रहा था। इस दौरान देखा तो टेंट से किया गया अस्थाई कब्जा नजर नहीं आया। यहां पहुंचे तो मूलाराम का परिवार लडऩे-झगडऩे लगा।

विवाद बढऩे पर मूलाराम के साथ उसकी पत्नी, बेटा रेवंतराम और उसकी पत्नी, बेटा रामनिवास, विजय पाल और मूलाराम के दो भाई गाली-गलौज करने लगे। थानाधिकारी से धक्का-मुक्की की। एसएचओ की कॉलर को पकड़कर धक्का मारते हैं। इसी दौरान थानाधिकारी एक युवक को पकड़कर जमीन पर गिराते हैं। मौके पर मौजूद लोग एसएचओ को पकड़ लेते हैं।
दो महिलाएं युवक को छुड़ा लेती है और थानाधिकारी की गर्दन को दबोचकर मिट्टी में घसीटती है। जगह-जगह से नोच लेती है। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने एसएचओ को महिलाओं से छुड़वाया। थानाधिकारी ने आरोपी मूलाराम उसके तीन बेटों, दो बेटों की पत्नियों और दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। मामले को लेकर मूलाराम ने कहा- ग्राम पंचायत ने थाने के लिए जो जमीन आवंटित की है, वो उसकी स्वयं की है। ऐसे में ग्राम पंचायत को ये अधिकार नहीं है कि इस जमीन का आवंटन थाने के लिए कर दिया जाए। थानाधिकारी पर हमले के बाद इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। स्क्क तेजस्वनी गौतम ने अधिकारियों को मौके पर जाकर तफ्तीश करने के निर्देश दिए हैं। पूरे मामले की जांच नोखा थानाधिकारी को दी गई है।