जीतो : एनएलपी वर्कशॉप ने ऊर्जा का किया संचार, तनाव रहित प्रबंधन की मिली सीख

कल करेंगे के चक्कर को मिटाओ और अपने सपनों को पूरा करो : शिल्पी वर्मा

बीकानेर। जैन इंटरनेशनल ट्र्रेड ऑर्गनाइजेशन (जीतो) महिला विंग द्वारा न्यूरो लिंग्विस्टिक प्रोग्राम (एनएलपी) वर्कशॉप का आयोजन रविवार को जिला उद्योग केन्द्र में किया गया। वर्कशॉप को सम्बोधित करते हुए सर्टिफाइड एनएलपी ट्रेनर ट्रांसर्फोमेशन कोच शिल्पी वर्मा ने कहा कि हार्ड वर्क जरूरी है लेकिन स्मार्ट वर्क के साथ आप जल्दी तरक्की कर सकते हैं। शिल्पी वर्मा ने बताया कि कुछ लोग कल करेंगे के चक्कर पीछे रह जाते हैं और उनके सपने केवल सपने ही रह जाते हैं। कल करेंगे के चक्कर को मिटाना है तो टू मिनट (दो मिनट) के रुल को अपनाएं। यानि कोई काम छोटा है तो दो मिनट में उसे तुरन्त कर दें और यदि काम बड़ा है तो दो मिनट के लिए ही शुरू करें लेकिन उस काम की शुरुआत जरुर करें। एनएलपी वर्कशॉप को सम्बोधित करते हुए शिल्पी वर्मा ने कहा कि लाइफ में कभी मूड ऑफ हो, तनाव में हो तो ज्यादा देर तक उस तनाव के साथ न रहें। तुरन्त अपनी पॉजिशन चेंज करें, ब्रीथिंग पैटर्न में बदलाव करें और उस तनाव से बाहर निकलें। छोटी-छोटी आदतें बड़े सपनों की नींव होती है।
एक प्रतिशत इम्प्रूवमेंट यदि रोजाना करते हैं तो पूरे साल में 37 टाइम बैटर बन सकते हैं। जीवन में असफलताएं मिलती है लेकिन उन असफलताओं को अपने जीवन में अनुभव व सीख के रूप में यदि उपयोग लेंगे तो निश्चित रूप से हर चुनौती का बखूबी सामना कर सकेंगे। गौरतलब है कि एनएलपी तीन शब्दों- न्यूरो, लैंग्वेज और प्रोग्रामिंग का मेल है और तीनों को जोड़कर देखने से काफी सारी चीजें पता चलती हैं। हमारे दिमाग और शरीर की हालत शब्दों और नॉन-वर्बल कम्युनिकेशन से बयान होती है। मनोस्थिति के आधार पर बात करने का तरीका और व्यवहार बदल जाता है।
जीतो महिला विंग की चैयरपर्स ममता रांका ने बताया कि समाजसेवी जयचंदलाल डागा, रिद्धकरण सेठिया, मेघराज बोथरा एवं सैक्रेटरी रजनी नाहटा द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर एनएलपी वर्कशॉप का शुभारम्भ किया गया। वर्कशॉप के दौरान ललिता डागा, वाइज चैयरपर्सन नीलम सेठिया, प्रीति डागा, दर्शन सांड एवं पुनेश मुशरफ ने कोच शिल्पी वर्मा का अभिनंदन किया।
