श्री सियारामजी की पुण्यतिथि कल, हवन व सत्संग के होंगे आयोजन, महाप्रसादी का लगेगा भोग
बसंत पंचमी से प्रारंभ होगा श्रीसरजूदासजी महाराज का 17वां कोट खपड़ धुनी तप, राम नाम मंत्र की होती है साधना
बीकानेर। गंगाशहर स्थित श्रीराम झरोखा कैलाशधाम में 14 फरवरी बसंत पंचमी को परम पूजनीय श्री सियारामजी गुरु महाराजजी की 19वीं पुण्यतिथि पर महोत्सव कार्यक्रम आयोजित होगा। रामझरोखा कैलाशधाम के पीठाधीश्वर राष्ट्रीय संत श्रीसरजूदासजी महाराज ने बताया कि प्रात: 9 बजे पूजन व अभिषेक किया जाएगा। उसके बाद 10 बजे से हवन एवं सत्संग प्रारंभ होगा। करीब 12 बजे यज्ञ पूर्णाहुति होगी इसके बाद प्रसादी प्रारंभ होगी। रघुवीरदासजी महाराज ने बताया कि महामंडलेश्वर श्री सरजूदासजी महाराज का बसन्त पंचमी से गंगादशहरे तक रोजाना तीन घंटे तक कोट खपड़ धुनि का अनुष्ठान प्रारंभ हो गया है। यह तप गत 16 वर्षों से करते आ रहे हैं, इस बार 17वां वर्ष है। लगातार चार माह तक चलने वाले इस तप को 18 वर्षों तक किया जाता है। साधना में मूल रूप से राम नाम के मंत्र का जप किया जाता है। यह तप स्वयं के लिए नहीं बल्कि संसार कल्याण के लिए होता है।