गांवों में झमाझम, शहर में दिनभर बरसे मेघ…देखें फोटो
बीकानेर। बीकानेर में शुक्रवार को सावन जमकर बरसा। सुबह से बरस रही फुहारें दिन में करीब दो-तीन बार तेज बारिश में तब्दील भी हुई। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बारिश के समाचार हैं। बीकानेर में सुबह 15.4 और शाम को 13.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश से मौसम सुहाना हो गया और गर्मी से राहत मिली। खाजूवाला में सड़कों पर दो से तीन फीट पानी पहुंच गया है।
कोलायत में भी बादल जमकर बरसे हैं। कपिल सरोवर पूरी तरह लबालब हो चुका है, वहीं सियाणा गांव में भी काफी बारिश हुई। खाजूवाला में डिग्गी, तालाब सब लबालब हो गए हैं। पानी अब खाजूवाला तहसील के मोहल्लों में घुस गया है। जहां एक-दो फीट पानी होने से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। खाजूवाला के तहसील कार्यालय, सिंचाई कॉलोनी, पटवार कॉलोनी, चमडिय़ा कॉलोनी सहित शनि मंदिर, शिवा गर्ल्स कॉलेज सहित निचले इलाकों में बारिश का पानी भर गए हैं। तहसील कार्यालय के आगे दो फीट पानी है।
शिवा गर्ल्स कॉलेज के सामने वाटर वर्क्स की डिग्गी ओवरफ्लो हो गई है। पानी मोहल्लों में घुसने लगा है। तिलककनगर निवासी गिरिराज सिंह चारण ने बताया कि तिलकनगर में बारिश के कारण हालात खराब रहे। दुकानों, घरों व अंडरग्राउंड में पानी भर गया। अधिक बारिश के कारण से सीवरेज कार्यों की पोल खुल गयी और सड़कें में धंस गई।
मेहनत बहुत की, लेकिन परिणाम जीरो…
बीकानेर जिला कलक्टर ने बारिश से एक दिन पहले अलर्ट जारी करते हुए अधिकारियों को फील्ड में रहने के निर्देश दिए तथा निचले क्षेत्रों में निरीक्षण कर निकासी के इंतजाम भी देखे। निरन्तर मॉनिटरिंग और बारिश की सूचना होने के बावजूद हालात वही दिखे। यानि मेहनत तो बहुत की लेकिन परिणाम शून्य ही रहा। सभी निचले क्षेत्रों में बारिश का पानी जमा हुआ और निकासी भी नहीं हुई। सीवरेज के कार्यों की पोल तो खुलनी निश्चित ही थी, सफाई कर्मियों की हड़ताल के चलते शहर के हालात बदतर हो गए। बारिश के बाद निचले इलाकों से पानी की निकासी नहीं होना, नाले-नालियां जाम, घरों में पानी घुसा और सड़कों पर लगे गंदगी के ढेर ने प्रशासन के इंतजामों की रिपोर्ट पेश कर दी।