हंगामे के बाद संसद सोमवार तक स्थगित
लोकसभा में 5वें दिन की कार्यवाही शुरू होने के 20 मिनट बाद ही खत्म हो गई। सदन में नारेबाजी के चलते अध्यक्ष ओम बिड़ला ने लोकसभा को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया। कांग्रेसी सांसद राहुल गांधी को बोलने दो के नारे लगा रहे थे। जबकि BJP पिछले 4 दिन से राहुल गांधी के कैम्ब्रिज वाले बयान पर माफी की मांग कर रही है। राज्यसभा भी सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। सदन के स्थगित होने के बाद कांग्रेस सांसदों समेत 16 विपक्षी दलों ने सोनिया, राहुल और खड़गे के साथ मिलकर महात्मा गांधी की मूर्ति के पास अडाणी मामले पर विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सदन की कार्यवाही के दौरान ऑडियो म्यूट कर दिया गया। क्या यह लोकतंत्र है? लोकसभा में कांग्रेस के लीडर अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को भी कहा था कि उनका माइक 3 दिन के लिए म्यूट कर दिया गया। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने राज्यसभा में सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया। सांसद शशि थरूर ने कहा- “राहुल गांधी ने कभी भी यह मांग नहीं की कि लोकतंत्र को बचाने के लिए विदेशी ताकतें हमारे देश में आएं। मुझे नहीं लगता कि इसके लिए माफी मांगने की जरूरत है। संसद चलाना सरकार की जिम्मेदारी है।”
राहुल गांधी गुरुवार को संसद पहुंचे थे और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मिलकर सदन में भाषण के लिए वक्त मांगा था। उधर, भाजपा उनसे माफी की मांग पर अड़ी है। BJP के निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखकर राहुल गांधी के सदन से निष्कासन की मांग की है। साथ ही कहा है कि उनके बयान की जांच करने के लिए एक जांच समिति बनाई जाए। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण का आज पांचवां दिन हैं। पहले चार दिन राहुल गांधी के लंदन में दिए गए भाषण और अडाणी मामले में हंगामे की भेंट चढ़ गए। सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के बयानों की जांच के लिए एक स्पेशल कमेटी बनाने की मांग की है। दुबे ने कहा कि राहुल गांधी ने यूरोप और अमेरिका में अपनी बयानों से लगातार संसद और देश की गरिमा को धूमिल किया है। इसलिए उन्हें संसद से निष्कासित करने का समय आ गया है। उनकी लोकसभा सदस्यता को समाप्त करने में मदद करनी चाहिए।