टमाटर के बाद अब सस्ते प्याज बेचेगी सरकार
देश में इस समय हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। पिछले लगभग दो महीने से टमाटर का दाम लगातार 200 से ऊपर है। लेकिन टमाटर के बाद अब प्याज भी जनता को रुलाने की तैयारी कर रहा है। लेकिन दाम बढऩे से रोकने के लिए प्याज के दामों को कंट्रोल करने के लिए सरकार ने एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी है। अक्टूबर में नई फसल आने के बाद दाम कम हो सकते हैं। कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार, प्याज की ऑल इंडिया ऐवरेज रिटेल प्राइस शनिवार को 30.72 रुपए प्रति किली थी।
अधिकतम कीमत मिजोरम के चंफई में है जहां 63 रुपए प्रति किलो में प्याज बिक रहा है। न्यूनतम कीमत मध्य प्रदेश के नीमच और बुरहानपुर में है जहां प्याज 10 रुपए प्रति किलो में बिक रहा है। क्रिसिल ने इस महीने की शुरुआत में अपनी रिपोर्ट में कहा था कि सप्लाई घटने से सितंबर की शुरुआत में प्याज 60-70 रुपए प्रति किलो तक पहुंच सकता है। फरवरी में महाराष्ट्र जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में रबी की फसल जल्दी पक गई। मार्च में इन इलाकों में बेमौसम बारिश से शेल्फ लाइफ 6 महीने से घटकर 4-5 महीने रह गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्टूबर से प्याज की फसल आनी शुरू हो जाएगी। इससे आपूर्ति बढ़ेगी और कीमतों में नरमी आएगी।
देश में प्याज की कीमतों को नियंत्रित रखने लिए सरकारी एजेंसियां जहां बड़े पैमाने पर प्याज की थोक खरीद कर रही हैं. वहीं सरकार ने अपने बफर स्टॉक से भी प्याज को मार्केट में रिलीज करना शुरू कर दिया है, ताकि प्याज की कीमतों को नियंत्रित रखा जा सके। वहीं नेफेड और एनसीसीएफ इसकी रिटेल बिक्री भी कर रहे हैं।