बंद मकानों में चोरों ने की सेंधमारी

बीकानेर। जयनारायण व्यास कोलोनी थाना क्षेत्र के सुदर्शना नगर में रविवार देर रात एक नकाबपोश चोर ने दो बंद मकानों में सेंधमारी कर लाखों रुपए के नकदी और जेवरात चुरा लिए। जिसका सीसीटीवी सामने आया है। जिसमें देखा जा सकता हैं कि किस तरह चोर साइकिल पर सवार होकर आया और करीब 30 मिनट में वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया। मकान नंबर बी 4-436 के मालिक जितेंद्र खत्री के अनुसार, वह 31 जनवरी को परिवार सहित घर बंद कर बाहर गए थे। चोर ने उनके घर से 25 ग्राम सोने का मंगलसूत्र, 15 ग्राम की चेन, 6 ग्राम का लॉकेट, 15,000 रुपए नकद और चांदी के जेवर चुरा लिए। वहीं, राहुल बजाज के मकान बी 4-471 में सेंधमारी कर सोने की दो चूडिय़ां, दो ईयररिंग, एक अंगूठी, 14,000 रुपए नकद और चांदी के जेवर ले उड़ा। पड़ोस में लगे सीसीटीवी कैमरों में साइकिल सवार नकाबपोश की तस्वीरें कैद हुई हैं।

सूचना पर व्यास कॉलोनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और चोरी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। स्थानीय निवासियों के अनुसार,सुदर्शना नगर में पहले भी इस तरह चोरी की घटनाएं हो चकी हैं।जिससे इलाके में दहशत का माहौल है।पीडि़तों को छुड़वाया अपहरणकर्ताओं से, 15 लाख की थी डिमांड, 3 आरोपी आये पकड़ मेंबीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र में दो दिन पूर्व बिग्गा बास सड़क से स्कॉर्पियो को टक्कर मारकर सुंदरलाल पुत्र मालचंद ब्राह्मण निवासी सुरपुरा तहसील नोखा व उसके पुत्र पीयूष उम्र 10 साल और भागीरथ पुत्र गोपी किशन ब्राह्मण निवासी नोखा मंडी का बोलेरो कैंपर सवार में होकर आये अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया और 15 लाख फिरौती की डिमांड की और अपने स्कॉर्पियो में बंधक बनाकर लेकर सवार हो गए । घटना की जानकारी मिलने के बाद बीकानेर पुलिस ने थाना अधिकारी जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन कर श्री डूंगरगढ़ से आने-जाने वाले मार्गों पर नाकाबंदी और सघन रूप से तलाशी अभियान शुरू कर दिया। पुलिस को सूचना मिलने के बाद पुलिस ने श्री डूंगरगढ़ और सारों की टीमों के साथ संयुक्त नाकाबंदी कर अपहरण कर्ताओं को दबोचा और अपहरण कर्ताओं के चंगुल से पीडि़तों को आजाद करवाया। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है जिनकी पहचान कन्हैया लाल रामस्वरूप और मोहित के रूप में हुई है। इनमें से रामस्वरूप गाट नापासर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। बरहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। इन पुलिसकर्मियों का रहा सहयोगसउनि.राजकुमार सोनी, कानि. अनिल मील, कानि.इन्द्रचन्द, डीआर रामनिवास ने इस मामलें में महत्वपूर्ण योगदान दिया।