श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष पर फायरिंग
उदयपुर में रविवार को बड़ी घटना सामने आई. यहां एक कार्यक्रम के दौरान श्री राजपूत करणी सेवा के प्रदेश अध्यक्ष भंवर सिंह पर फायरिंग हुई. यही नहीं, फायरिंग के बाद आरोपी को वहीं उपस्थित भीड़ ने दबोच लिया और जमकर धुनाई कर दी. वहीं से पुलिस की एक जीप गुजर रही थी, जिसमें बैठे अधिकारी और जवानों ने भीड़ में से आरोपी को निकाला और थाने ले गए. यह घटना शहर के भूपालपुरा थाना क्षेत्र के बीएन यूनिवर्सिटी में हुई है, जहां पर राजपूत करणी सेवा की एक सभा चल रही थी. घायल प्रदेश अध्यक्ष भंवर सिंह को निजी अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.
श्री राजपूत करणी सेना के बडग़ांव तहसील जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह मोजावत ने बताया कि 23 सितंबर को राजपूत करणी सेना का स्थापना दिवस हैं. उसी की तैयारी और 17 सूत्रीय सरकार से मांगों को लेकर बीएन यूनिवर्सिटी के कुम्भा सभागार में बैठक चल रही थी. बैठक के बाद में जलपान किया जा रहा था. उसी समय दिग्विजय सिंह बाठेड़ा जो उदयपुर जिले के ही रहने वाले हैं, उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष भंवर सिंह सलाडिया पर फायरिंग कर दी. इससे उनके रीढ़ की हड्डी में गोली लगी. दिग्विजय सिंह बाठेड़ा पहले जिलाध्यक्ष थे. वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिक रूप से यह सामने आया है कि दिग्विजय सिंह बाठेड़ा को जिलाध्यक्ष पद से हटाया गया गया. इसी बात का गुस्सा उसके अंदर था. इसी कारण फायरिंग की गई. हालांकि अभी आरोपी दिग्विजय सिंह से पूछताछ कर रही है.
पुलिस ने बताई फायरिंग की वजह
प्रदेश अध्यक्ष भंवर सिंह को उन्हीं के भूतपूर्व पदाधिकारी और जिलाध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने आपसी विवाद के चलते पीठ के पास से गोली मार दी. पुराना विवाद यह था कि भंवर सिंह ने आरोपी को उनके पद से बर्कास्त करा दिया था. इसके पीछे क्या वजह थी ये पूछताछ में सामने आएगी. फिलहाल भंवर सिंह को गीतांजली अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है. राहत की खबर ये है कि पीडि़त अब खतरे से बाहर है और मुलजिम पुलिस हिरासत में है.