शिक्षा, समाज व चिकित्सा क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए भामाशाह शंकर कुलरिया का गणतंत्र दिवस पर हुआ सम्मान
संस्कार और परिवार से ही व्यक्ति को मिलती है सकारात्मकता और सफलता : शंकर कुलरिया
बीकानेर/नोखा। संस्कारों का रोपण सही हो तो पीढिय़ां संस्कारित रहती है और संस्कारों का सम्मान यदि हो तो उस व्यक्ति ही नहीं पूरे परिवार व समाज का गौरव बढ़ता है। ऐसी ही शख्सियत भामाशाह शंकर कुलरिया का गणतंत्र दिवस पर बीकानेर में जिला प्रशासन द्वारा सम्मान किया गया। संतजी गौसेवी पद्मारामजी कुलरिया के सुपुत्र शंकर कुलरिया का सामाजिक, शिक्षा व चिकित्सा क्षेत्र में अतुलनीय सेवाओं के लिए खाद्य आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा, संभागीय आयुक्त उर्मिला राजौरिया, आईजी ओमप्रकाश पासवान, जिला कलक्टर भगवतीप्रसाद कलाल, एसपी तेजस्विनी गौतम द्वारा करणीसिंह स्टेडियम में गणतंत्र दिवस पर आयोजित समारोह में प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मान किया गया। भामाशाह शंकर कुलरिया बताते हैं कि संतजी की पुण्यायी रही कि आज हम उनकी प्रेरणा से ही निरन्तर सेवा कार्यों में जुटे रहते हैं। शंकर कुलरिया का मानना है कि संस्कार और परिवार इन दोनों के साथ रहकर कोई भी व्यक्ति कार्य करे तो निश्चित रूप से वह सफल और सबके लिए सकारात्मक साबित होगा। संतजी के सुपुत्र कानाराम, शंकरलाल व धर्मचंद कुलरिया ने अध्यात्म के क्षेत्र में कई आयाम स्थापित किए हैं वहीं शिक्षा, रोजगार, चिकित्सा के क्षेत्र में तो निरन्तर योगदान देते हैं। गौमाता की सेवा के लिए पूरे देश में अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाले संत पद्मारामजी कुलरिया के नाम से एक स्मारक का भी निर्माण करवाया गया है जिसका शीघ्र ही लोकार्पण किया जाएगा। पद्म ग्रुप ऑफ कम्पनी के फाउंडर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर शंकर कुलरिया को इंटीरियर जगत में बेहतरीन नवाचारों के लिए 2024 फोब्र्स इंडिया द्वारा भी मान्यता प्रदान की जा चुकी है।