शाह बोले- सीएए लोकसभा चुनाव के पहले लागू होगा, ये कानून किसी की नागरिकता नहीं छीनेगा
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले देश में सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट सीएए लागू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सीएए देश का एक्ट है, इसे हम यकीनन नोटिफाई करेंगे। इसे चुनाव से पहले नोटिफाई किया जाएगा और चुनाव से पहले इसे लागू भी किया जाएगा। इसे लेकर कोई कन्फ्यूजन नहीं होना चाहिए। अमित शाह ने शनिवार को श्वञ्ज नाउ-ग्लोबल बिजनेस समिट में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सीएए लागू करने का वादा किया था। जब कई देशों में अल्पसंख्यक लोगों पर अत्याचार हो रहे थे, तो कांग्रेस ने रिफ्यूजियों को भरोसा दिलाया था कि वे भारत आ सकते हैं। उन्हें यहां की नागरिकता दी जाएगी, लेकिन अब कांग्रेस अपनी बात से मुकर रही है। गृह मंत्री ने कहा कि हमारे देश के अल्पसंख्यक समुदायों, खासतौर पर मुस्लिम समुदाय को उकसाया जा रहा है। सीएए किसी की सिटिजनशिप नहीं छीन सकता है, क्योंकि इसमें ऐसा कोई प्रावधान ही नहीं है। सीएए ऐसा एक्ट है जो बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अत्याचार सह रहे रिफ्यूजियों को नागरिकता दिलाएगा।
ओवैसी बोले- क्या मोदी सिर्फ एक मजहब की सरकार, शाह ने कहा- हवन में हड्डी नहीं डालनी चाहिए
संसद में बजट सेशन के आखिरी दिन शनिवार को राम मंदिर निर्माण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई। दोपहर 2:30 बजे गृह मंत्री अमित शाह 30 मिनट बोले। उन्होंने कहा- गुजरात में एक कहावत है कि हवन में हड्डी नहीं डालते। जब पूरा देश आनंद में हो तो आप भी इसमें शामिल हो जाइए। इसी में भलाई है। शाह से पहले AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में अपनी बात रखी। उन्होंने दो बार बाबरी मस्जिद जिंदाबाद के नारे लगाए। उन्होंने मोदी सरकार से सवाल पूछा कि, मोदी सरकार सिर्फ एक मजहब की सरकार है? या पूरे देश के धर्मों को मानने वाली सरकार है? अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि इस देश की कल्पना राम और रामचरितमानस के बिना नहीं की जा सकती। राम का चरित्र और राम इस देश के जनमानस के प्राण है। जो राम के बिना भारत की कल्पना करते हैं वो भारत को नहीं जानते। राम करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक हैं। बाबरी मस्जिद पर आए फैसले को लेकर अमित शाह ने कहा- निर्णय पसंद हो तो स्वीकार कर लेना, पसंद ना आए तो सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठाना सही नहीं है। इस फैसले ने भारत के पंथ निरपेक्ष चरित्र को उजागर किया। दुनिया में कोई देश ऐसा नहीं है, जहां बहुमत वाले समाज ने अपनी इतनी लंबी लड़ाई लड़ी। उधर ओवैसी ने कहा- मेरा ईमान कहता है कि जिस जगह पर मस्जिद थी, वहां बाबरी मस्जिद है और रहेगी। बाबरी मस्जिद जिंदाबाद-जिंदाबाद, भारत जिंदाबाद, जय हिंद।