साफा-धोती प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न, प्रशिक्षक संदीप सिंह राठौड़ की टीम ने 130 प्रतिभागियों को दिया साफा-धोती प्रशिक्षण….देखें वीडियो
बीकानेर। यदि हमने हमारी परम्परा, बोली, पारम्परिक पहनावे की संस्कृति को पोषित नहीं किया तो एक दिन हमारी संस्कृति लुप्त हो जाएगी। यह उद्गार पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने 25 जून रविवार को बीदासर हाउस में आठ दिवसीय साफा व धोती प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर व्यक्त किए।
शिविर संयोजक प्रदीप सिंह चौहान ने बताया कि क्षत्रिय सभा एवं रजवाड़ी साफा के संयुक्त तत्वावधान आयोजित इस शिविर में सर्व समाज के करीब 130 लोगों ने पंजीकरण करवाया और आठ दिन प्रशिक्षण प्राप्त किया। समापन समारोह के प्रारम्भ में क्षत्रिय सभा के अध्यक्ष करणप्रताप सिंह सिसोदिया ने स्वागत उद्बोधन दिया। क्षत्रिय सभा के संरक्षक बजरंग सिहं रॉयल ने आभार व्यक्त किया।
शिविर के मुख्य प्रशिक्षक रजवाड़ी साफा के प्रबंध निदेशक संदीपसिंह राठौड़ ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को 21 दिन तक लगातार अभ्यास करने के निर्देश दिए तथा पगड़ी व पारम्परिक संस्कृति के सम्मान को बरकरार रखने की बात कही। क्षत्रिय सभा प्रवक्ता प्रदीप सिंह चौहान ने बताया कि शिविर में सात वर्षीय शौर्यवर्धन सिंह कच्छावा ने, 71 वर्षीय पृथ्वी सिंह पंवार ने तथा बालिका जागृति भोजक का साफे में तथा मोहन सिंह, रवि खत्री व योगेन्द्र जांगिड़ को धोती में पुरस्कृत किया गया। इस दौरान मुख्य प्रशिक्षक संदीप सिंह राठौड़, आशीष जैन, नारायण दैया व प्रेम का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में क्षत्रिय सभा के कर्नल हेमसिंह शेखावत, कर्नल प्रभुसिंह, भंवरसिंह राठौड़, ओमसिंह भाटी, मोहन सिंह नाल, रणवीर सिंह नोखड़ा, वीरेन्द्रसिंह नरुका उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गौरव मोदी ने किय