सादुल स्पोर्ट्स स्कूल : क्रीड़ा भारती का धरना समाप्त, संघर्ष को मिली सफलता, 80 लाख रुपये तुरंत स्वीकृत, कोच व मैस भत्ता 1 माह में
सादुल स्पोर्ट्स स्कूल का लौटेगा गौरव, संघर्ष व अधिकारों की हुई जीत : दानवीर सिंह भाटी
बीकानेर। सादुल स्पोर्ट्स स्कूल के सामने 18 दिनों से चल रहा क्रीड़ा भारती का धरना शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से सफल वार्ता और सरकार की ठोस कार्रवाई के बाद शुक्रवार को समाप्त हो गया है। क्रीड़ा भारती बीकानेर के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि खिलाडिय़ों की वार्ता शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के विशेषाधिकारी जयनारायण मीणा एवं डायरेक्टर प्राइमरी एवं माध्यमिक सीताराम जाट से सफल रही। शिक्षा मंत्री ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तुरंत सरकार द्वारा छात्रावास और शौचालयों की मरम्मत के लिए 80 लाख रुपये की स्वीकृति दी और खिलाडिय़ों की अन्य मांगों को लेकर सकारात्मक आश्वासन दिया गया। पूर्व खिलाड़ी दानवीर सिंह भाटी और भैरू रतन ओझा ने इस उपलब्धि को खिलाडिय़ों की एकजुटता और सरकार की गंभीरता का परिणाम बताया। सादुल स्पोर्ट्स स्कूल केवल एक स्कूल नहीं है, यह हजारों खिलाडिय़ों के सपनों का आधार है। हम इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि इसे राजस्थान का सबसे मॉडर्न और प्रभावशाली स्पोर्ट्स स्कूल बनाया जाए। सरकार ने हमारे संघर्ष को समझा और तुरंत 80 लाख रुपये छात्रावास और शौचालयों की मरम्मत के लिए स्वीकृत किए। यह सिर्फ एक शुरुआत है, हम सुनिश्चित करेंगे कि हर खिलाड़ी को उसके हक की सुविधा मिले। खिलाड़ी भैरुरतन ओझा ने बताया कि यह जीत सिर्फ क्रीड़ा भारती की नहीं, बल्कि उन सभी छात्रों और अभिभावकों की है जिन्होंने हमारे साथ मिलकर इस संघर्ष को समर्थन दिया। सादुल स्पोर्ट्स स्कूल का गौरव फिर से लौटाया जाएगा। यह हर खिलाड़ी के लिए एक नई शुरुआत है। हमारा सपना है कि सादुल स्पोर्ट्स स्कूल को अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्पोर्ट्स संस्थान बनाया जाए।
इन बातों पर बनी सहमति
छात्रावास और शौचालयों की मरम्मत के लिए 80 लाख रुपये की स्वीकृति दी है तथा मंत्री ने आश्वासन दिया कि आगामी 45-60 दिनों के भीतर खिलाडिय़ों की डाइट मनी 250 रुपये बढ़ाने और सभी 12 खेलों पर एनआईएस प्रशिक्षक लगाने पर सहमति दी व स्कूल के प्रशासनिक ढांचे में सुधार जैसी सभी मांगों पर कार्रवाई की जाएगी।
खिलाडिय़ों ने की आतिशबाजी कर मनाया जश्न
स्कूल के बाहर आतिशबाजी के साथ जश्न मनाया गया। खिलाडिय़ों के बीच मिठाइयां बांटी गईं, और इस संघर्ष की सफलता पर सभी ने अपनी खुशी जाहिर की। इस मौके पर शिक्षा विभाग के उप-निदेशक अरविंद व्यास एवं सादुल स्पोर्ट्स स्कूल के प्रिंसिपल अजय पाल सिंह भी शिक्षा विभाग की ओर से मौजूद रहे। सादुल स्पोर्ट्स स्कूल के छात्रों ने कहा कि यह दशकों लंबी लड़ाई का सुखद परिणाम है। उन्होंने क्रीड़ा भारती और दानवीर भाटी का धन्यवाद करते हुए कहा, हम जल्द ही अपने स्कूल को नए स्वरूप में देखेंगे। दानवीर सिंह भाटी और भैरू रतन ओझा जैसे समर्पित पूर्व खिलाडिय़ों की अगुवाई में खिलाडिय़ों की आवाज़ को नई ताकत मिली है।