चाहिए बाबा की कृपा तो भैरवाष्टमी को करें ये उपाय
भैरवाष्टमी पर विशेष
बीकानेर। शास्त्रों के अनुसार भगवान काल भैरव का अवतरण मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था। कालभैरव शत्रुओं और संकट से भक्तों की रक्षा करते हैं। इन्हें काशी के कोतवाल भी कहा जाता है। सच्चे मन से जो भी इनकी उपासना करता है, उसकी सुरक्षा का भार ये स्वयं उठाते हैं और अपने भक्तों की समस्त मनोकामनाओं को पूरा करते हैं। बीकानेर के जाने-माने ज्योतिर्विद पं. गिरधारी सूरा पुरोहित ने बताया कि भैरवजी की पूजा से भूत-प्रेत, नकारात्मक शक्तियां और ऊपरी बाधा आदि जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं।
शिव पुराण में भैरव को महादेव का पूर्ण रूप बताया गया है। भगवान भैरव का वाहन कुत्ता होता है। इस बार काल भैरव अष्टमी कल बुधवार, 5 दिसम्बर 2023 को है। जो लोग शनि, राहु-केतु और मंगल ग्रह से पीडि़त हैं उनको कालभैरव की उपासना जरूर करनी चाहिए। आमतौर पर भैंरवजी के उपाय शनिवार अथवा रविवार को किए जाते हैं। परन्तु यदि इन उपायों को विशेष मुहूर्त यथा होली, दिवाली या भैरव अष्टमी के दिन किया जाए तो विशेष लाभ होता है।
इन उपायों से बाबा भैरुनाथ की बरसती है कृपा
पंडित गिरधारी सुरा ने बताया कि कई बार जीवन में ऐसे बड़े संकट आ जाते हैं जो तमाम उपायों से भी खत्म नहीं होते। ऐसी स्थिति में भगवान कालभैरव को दाल की कचोरी का भोग लगाना चाहिए। कोई प्रकार के तंत्र मंत्र यंत्र किया कराया हो तो उससे मुक्ति पाने के लिए भैरवजी के आगे अखंड ज्योत करके काल भैरव अष्टक का पाठ किसी ब्राह्मण से कराएं।
बड़ी से बड़ी बाधा को दूर करने के लिए भैरव चालीसा का पाठ करें, भैरवजी का तेल से अभिषेक करे और भैरव पाठ करें। भैरवजी की कृपा पाने के लिए काले कुत्ते को मीठी रोटी अथवा गुड़ के पुए खिलाएं।
ऐसा करने से आपके जीवन से कष्टों का निवारण होगा। कोर्ट कचहरी, मुकदमे में जीत, राजनैतिक कार्यों में सफलता के लिए मंदिर में भैरवजी की मूर्ति के आगे तेल का दीपक प्रज्वलित करें। दीपदान करें। इसके बाद उन्हें इमरती व मदिरा का भोग लगाएं। भैरव स्तुति करें। भैरव मंदिर में गुलाब, चंदन और गुगल व अन्य तरह की खुशबूदार अगरबत्ती व धूप अवश्य जलाएं। इत्र से मंदिर को महका दें जिससे आपका जीवन सुखमय बन जायेगा और आप सभी प्रकार के लाभ प्राप्त कर सकेंगे
मन्नत पूर्ति के लिए विधि के साथ भैरवनाथ को चढ़ावा चढ़ाएं, सिन्दूर, मालीपाना, चमेली तेल, गुड़, उड़द का बड़ा, छप्पन भोग, तिल का तेल, वस्त्र, सरसों का तेल, दूध गुड़ मिश्रित, फल, नारियल भैरवजी की प्रिय वस्तुएं हैं। भैरवजी की सवारी है काला कुत्ता, इसलिए इसे दूध पिलाएं और बिस्किट खिलाएं जिससे आपके बिगड़े काम बनेंगे। संतान प्राप्ति के लिए भैरवजी को मोटा भुजिया और मीठे मखाने का भोग लगाएं।