हिमाचल में रेड अलर्ट, भूस्खलन व बादल फटा, 24 घंटे में 52 की मौत
हिमाचल प्रदेश में दो दिन से तेज बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटे में लैंडस्लाइड, बादल फटने और बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 52 लोगों की जान चली गई है। मौसम विभाग ने राज्य में 16 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। सोलन में बादल फटा-9 की मौत, शिमला का शिव बावड़ी मंदिर-8 की मौत, शिमला का फागली में 4 की मौत, मंडी में 6 की मौत, सिरमौर में 4 की, हमीरपुर 1, कांगड़ा 1 जने की मौत हुई है। शिमला के समरहिल इलाके में स्थित शिव बावड़ी मंदिर भारी बारिश की वजह से भूस्खलन की चपेट में आ गया।
25 से ज्यादा लोग मलबे में दब गए। अब तक 2 बच्चों समेत 8 शव निकाले जा चुके हैं। बाकी की तलाश जारी है। लगातार हो रही बारिश की वजह से मंदिर में रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत हो रही है। पहाड़ी से अभी भी पत्थर गिर रहे हैं। मंदिर के ऊपर मलबे के साथ चार से पांच पेड़ आ गिरे। इससे ज्यादा नुकसान हुआ है। शिमला और सोलन के पहाड़ों में चिकनी मिट्टी ज्यादा है, जो अधिक बरसात होने पर फूल जाती है। यही तबाही का कारण बन रही है। सोलन के जादोन गांव में हुए लैंडस्लाइड की चपेट में दो घर आ गए हिमाचल में 55 घंटे से तेज बारिश हो रही है।
शिमला के अलावा सोलन में भी लैंडस्लाइड के चलते हादसा हो गया। जादोन गांव में बादल फटने से एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो गई। देर रात हुई इस घटना में दो घर बह गए, जिसमें 3 लोगों के लापता होने की भी खबर है। उधर मंडी जिले की बल्ह घाटी में तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। ब्यास नदी उफान पर है। अधिकारियों के मुताबिक, यहां कई पर्यटक फंसे हुए हैं।
राज्य में पिछले दो दिनों में 30 से ज्यादा घर पूरी तरह और 180 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए है। मंडी में बारिश के चलते लैंडस्लाइड में 6 लोगों की मौत हो गई है। वहीं कई इलाकों में बड़ी गाडिय़ां, ट्रक और बस मलबे में दब गए। फागली में भी लैंडस्लाइड की चपेट में कई लोग आए हैं। चार लोगों की मौत हो गई। पांच लोग सुरक्षित निकाल लिए गए हैं। वहीं सिरमौर में 4, हमीरपुर, कांगड़ा और चंबा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।