राजस्थान में बिपरजॉय, बाड़मेर माउंट आबू में बाढ़ जैसे हालात
बीकानेर। राजस्थान में बिपरजॉय अपना असर दिखा रहा है। चक्रवाती तूफान के राज्य में प्रवेश के साथ ही बाड़मेर, सिरोही, जालोर, चूरू, उदयपुर जिलों में कहीं-कहीं भारी और अति भारी बारिश हो रही। बाड़मेर, सिरोही, जालोर, राजसमंद में जगह-जगह पेड़ गिरने और विद्युत तार टूटने की भी खबर आ रही है। कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात है। बीकानेर की बात करें तो दिनभर केवल बादल छाए रहे और दोपहर तीन-चार बजे से बूंदाबांदी, फिर लगातार बरस रही तेज फुहारों से सड़कों पर पानी फैल गया।
बिपरजॉय का बीकानेर शहर में कुछ खास असर तो नहीं दिखा, लेकिन गांवों में झमाझम बारिश की सूचना है। जयपुर मौसम केंद्र ने 18 जून सुबह 8.30 बजे तक के लिए राज्य के चार जिलों जालोर, सिरोही, राजसमंद और पाली के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। जोधपुर, बाड़मेर, उदयपुर, भीलवाड़ा और डूंगरपुर में अति भारी बारिश की चेतवानी जारी की गई। नागौर, अजमेर और चित्तौडग़ढ़, प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
तूफान के बाद भी गुजरात में तेज बारिश, रेस्क्यू कैम्प में 700 बच्चों ने लिया जन्म
बिपरजॉय चक्रवात गुजरात में कच्छ के तट से 15 जून की रात को टकराया था। तूफान गुजरने के 36 घंटे बाद भी प्रभावित इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। इससे सौराष्ट्र-कच्छ समेत उत्तर गुजरात में तेज बारिश जारी है। पालनपुर, थराद, पाटण, बनासकांठा और अंबाजी जिलों में कई शहरों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। बताया जा रहा है कि जब तूफान कहर बरसा रहा था, तभी रेस्क्यू कैंप में 700 से ज्यादा बच्चों ने जन्म लिया। तूफान आने से 72 घंटे पहले ही गुजरात सरकार ने 8 हाई रिस्क जिलों से करीब 1 लाख लोगों को रेस्क्यू करके कैंप में भेजा था। इनमें 1,152 गर्भवती महिलाएं भी शामिल थीं।