मुर्मू बनी पायलट, सुखोई जेट में भरी उड़ान
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को असम के तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन से सुखोई 30 रू्यढ्ढ फाइटर जेट में 30 मिनट की सॉर्टी की। सुखोई जेट ने सुबह 11 बजकर 8 मिनट पर टेक ऑफ किया। और 11 बजकर 38 मिनट पर लैंड किया। सुखोई में उड़ान भरने वाली वे देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बन गई हैं।
एयरफोर्स ने जानकारी दी कि एयरक्राफ्ट को 106 स्क्वाड्रन कमांडिंग ऑफिसर गु्रप कैप्टन नवीन कुमार ने उड़ाया। उड़ान से पहले उन्हें एयरक्राफ्ट और भारतीय वायुसेना की ऑपरेशनल क्षमता के बारे में बताया गया। राष्ट्रपति मुर्मू ने असम की तेजपुर और ब्रह्मपुत्र घाटी के ऊपर 30 मिनट की उड़ान भरी। मुर्मू को असम के तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन पहुंचने पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
मुर्मू से पहले देश की 12वीं राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने 2009 में सुखोई में उड़ान भरी थी। सुखोई में उड़ान भरकर प्रतिभा पाटिल ने दो वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किए थे। पहला- सुखोई में उड़ान भरने वाली किसी देश की पहली महिला राष्ट्रपति। दूसरा- किसी देश की सबसे उम्रदराज महिला। प्रतिभा पाटिल तब 74 साल की थीं। उनका नाम गिनीज बुक में भी दर्ज है। प्रतिभा पाटिल से पहले डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रपति रहने के दौरान 8 जून 2006 में सुखोई से उड़ान भर चुके हैं। वे ऐसा करने वाले देश के पहले राष्ट्रपति थे। निर्मला सीतारमण ने 17 जनवरी 2018 में सुखोई में उड़ान भरी थी, उस समय वे रक्षा मंत्री थीं। देश के सबसे एडवांस फाइटर जेट सुखोई में उड़ान भरने वाली वह पहली महिला बन गई थीं। उन्होंने जोधपुर एयरबेस से 2100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले सुखोई से 8 हजार मीटर से ज्यादा ऊंची उड़ान भरी थी। वे करीब 45 मिनट आसमान में रहीं थीं।