श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर करें ये उपाय, ऐसे मनाएं कान्हाजी को
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। घर में अथवा मंदिर में लड्डूगोपाल का पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए। हिंडोला की झांकी सजानी चाहिए। भगवान को नए या केसरिया वस्त्र धारण करवाकर खूब शृंगार करना चाहिए।
ज्योतिर्विद गिरधारी सूरा पुरोहित ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन एकासना व्रत करना चाहिए। जन्माष्टमी का व्रत करने से मनुष्य सात जन्मों के पापों से मुक्त हो जाता है और उसको संतति सम्पति और वैकुण्ठ लोक की प्राप्ति होती है। श्रीकृष्ण के श्रृंगार में फूलों का प्रयोग करें, पीले रंग के वस्त्र, गोपी चंदन और चंदन की सुगंध से इनका श्रृंगार करें। काले रंग का प्रयोग न करें. वैजयंती के फूल अगर कृष्णजी को अर्पित किए जाएं तो सर्वोत्तम होगा। जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण को पंचामृत जरूर करें, उसमें तुलसीदल जरूर डालें, मेवा, माखन और मिश्री का भोग लगाएं। धनिए की पंजीरी भी अर्पित करें। ú नमो भगवते वासुदेवाय नम:, हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे, ú कृष्णाय नम: कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणत क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम: ú नमो भगवते श्रीगोविन्दाय नम: का जाप करें। रात्रि में आरती करके भोजन या फलिहार करना चाहिए और सुबह नन्दोत्सव मनाना चाहिए। कान्हाजी को मक्खन मिश्री और छप्पन भोग लगाना चाहिए।
बेहद शुभ संयोग-रोहिणी नक्षत्र और अष्टमी तिथि के संयोग से जयंती योग बना है। उच्च चंद्र योग यानि इस दिन चंद्रमा अपनी ही राशि में रहकर उच्च अंश का रहेगा। इस दिन वृषभ राशि में चंद्रमा की गुरु के साथ युति बनने से गज-केसरी नामक शुभ योग भी बनेगा। इस बार जन्माष्टमी पर चंद्रमा वृषभ राशि में ही विराजमान रहेंगे, माना जाता है कि जब कृष्ण भगवान का जन्म हुआ था तब भी ऐसा ही योग बना था। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग भी बनने जा रहा है।
जन्माष्टमी पर करें कुछ विशेष उपाय
जन्माष्टमी की रात्रि तंत्र मन्त्र के लिए, अपनी इच्छाओं की पूर्ति हेतु किये गए उपायों के लिए बहुत ही विशेष मानी गयी है। इसीलिए इस रात्रि को मोह रात्रि भी कहते हैं। कुछ विशेष उपाय करके आप अपनी मनोकामना पुरी कर सकते हैं। पं. गिरधारी पुरोहित ने बताया कि प्रेम में सफलता के लिए राधा कृष्ण मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना कर फूलों का गजरा पहनाएं, मयूर पंख और बांसुरी चढ़ाएं। जन्माष्टमी के दिन पीला कपड़ा धारण करके श्रीकृष्ण भगवान को गुड और चने का भोग लगाएं, ओम नमो भगवते वासुदेवाय नम: का जाप करें, लक्ष्मी नाथ का पूजन कर वस्त्र और सुहाग पिटारा चढाएं। पं. सूरा ने बताया कि धन प्राप्ति के लिए लड्डू गोपाल का पंचामृत और केसर से अभिषेक गोपाल सहस्त्रनाम पाठ व श्रीसूक्तं पाठ से करें। संतान प्राप्ति के लिए संतान गोपाल का पाठ विधिवत रूप से करें और लड्डू गोपाल को मक्खन मिश्री, चॉकलेट का भोग लगाएं, मंदिर को सजाकर नन्दोत्सव मनाएं। व्यापार मे आ रही बाधा दूर करने के लिए श्री कृष्ण भगवान को तुलसी दल के पत्ते 1008 नाम कृष्ण भगवान के लेकर अर्चन करें।