ट्रेन हादसे में लावारिस शवों का गंगा में होगा अस्थि विसर्जन
ओडिशा के बालासोर में हुई भयावह रेल दुर्घटना में जान गंवाने वाले लावारिस शवों का दाह संस्कार के बाद अस्थियों का ससम्मान विसर्जन हरिद्वार में किया जाएगा। श्री देवोत्थान सेवा समिति का दल अस्थि कलशों को बालासोर से लाया जाएगा। शवों के दाह संस्कार के बाद अस्थियों का ससम्मान विसर्जन हरिद्वार में किया जाएगा, जिनकी पहचान नहीं हो सकी है। इस क्षेत्र में वर्षों से मानवता व धार्मिक भावना से काम करने वाली राष्ट्रीय राजधानी की श्री देवोत्थान सेवा समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि अस्थि कलशों को दिल्ली से ले जाकर आठ अक्टूबर को हरिद्वार के कनखल के सती घाट से विधि विधान से विसर्जित किया जाएगा। इसके लिए एक पत्र ओडिशा सरकार को भेज दिया गया है, जिसमें सरकार से अंतिम संस्कार के बाद अस्थियों को उन्हें सौंपने का आग्रह किया गया है। इसके लिए समिति का एक दल जल्द ओडिशा रवाना होगा। बालासोर रेल दुर्घटना में जान गंवाने वालों में अभी तक 187 लोगों की पहचान नहीं हो सकी है। समिति के अध्यक्ष अनिल नरेन्द्र ने बताया कि इस हृदय विदारक दुर्घटना से हम सभी स्तब्ध है। हमारी कोशिश होगी कि सरकार द्वारा लावारिस शवों के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी कराने के बाद उनके अस्थि कलशों का सस्मान विसर्जन हो, ताकि उनकी आत्मा को शांति मिले। समिति के महामंत्री विजय शर्मा ने बताया कि समिति द्वारा पिछले 21 वर्ष से लावारिस शवों की अस्थियों को देशभर से इका कर पूरी धार्मिक मान्यता के अनुसार हरिद्वार में विसर्जन किया जा रहा है। इसमें पाकिस्तान से आई अस्थियां भी शामिल हैं। अब तक 1,55,746 लोगों की अस्थियों का विसर्जन किया जा चुका है