राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव फायर डांस में कलाकारों ने किया अचंभित, मुंह में डाल लिए अंगारे, देखें वीडियो
मालजी धोरे पर हुआ 540 साल पुराने अग्नि नृत्य का मंचन
जसनाथी संप्रदाय के कलाकारों ने दिए अजब-गजब करतब
बीकानेर। राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के बीकानेर में सैटेलाइट संस्करण के तहत शुक्रवार को भाटी डेजर्ट कैंप वाला मालजी का धोरा दौरा रायसर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों के तहत बाबू लंगा के गायन ने खूब रंग जमाया। उन्होंने केसरिया बालम पधारो नी म्हारे देश…और लाज मेरी रखियो झूलेलाल… गीतों की प्रस्तुति दी। इसके बाद मोरचंग की खड़ताल के साथ प्रस्तुति दी।
भंवर भोपा ने पाबूजी की फड़ का वाचन किया। मालजी के धोरे में 540 साल पुराने अग्नि नृत्य का राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में मंचन किया गया। अग्नि नृत्य जसनाथ संप्रदाय के सिद्ध लोग करते हैं। शुक्रवार को अग्नि नृत्य महंत मोहननाथ के सान्निध्य में हुआ। नगाड़ों की थाप पर जसनाथ महाराज के शबद का गायन और अग्नि नृत्य हुआ। नृत्य करने वाले जसनाथी संप्रदाय के लोग लोग अजब-गजब करतब भी दिखाते हैं, हालांकि इस फायर डांस को करना बहुत खतरनाक है, लेकिन यहां के लोगों का कहना है कि इससे कुछ भी नहीं होता है। ये हमारी पहचान है।
खास बात तो यह है कि अग्नि नृत्य करते हुए डांसर्स अंगारों को मुंह में डाल लेते हैं. इस समुदाय के लोगों का कहना है कि यह एक फिजिकल और मेंटल स्ट्रेंथ है। इस दौरान केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल मेघवाल और केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी मौजूद रहे। दोनों मंत्रियों ने सभी कलाकारों का सम्मान किया। 14वें राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में शनिवार और रविवार को होली का रंग जमेगा। जमकर फूलों की होली खेली जाएगी। ब्रज की होली की सजीव प्रस्तुति की जाएगी। खूब उमंग और उत्साह से भरे नृत्य तथा अन्य कार्यक्रम पेश किए जाएंगे।