90 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए अमरनाथ के दर्शन, स्वास्थ्य प्रमाण पत्रों पर उठे सवाल
14 हजार 500 फुट की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ की पवित्र गुफा में बनने वाले हिमलिंग के दर्शन करने वालों का आंकड़ा 90 हजार को पार कर चुका है, लेकिन बीसियों तीर्थयात्रियों को सांस की बीमारी से जूझते देख उनके द्वारा पेश किए गए स्वास्थ्य प्रमाणपत्र एक बार फिर से शक के घेरे में आ गए हैं। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए लगातार श्रद्धालुओं का आना जारी है। इस बीच सुरक्षाबलों द्वारा जारी की गई तस्वीरें सामने आई है जिसमें जवान श्रद्धालुओं की मदद करते देखे गए हैं। ये जवान करीब 15 तीर्थयात्रियों को ऑक्सीजन मुहैया कराते देखे गए। अधिकारियों के मुताबिक, यात्रा के दौरान 15 तीर्थयात्रियों को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इसके बाद जवानों ने उन्हें तत्काल ऑक्सिजन मुहैया कराया और यात्रियों को कैंप में रोक लिया गया। आपको बता दें जो यात्री रवाना होता है उसे अस्पताल से स्वास्थ्य सर्टिफिकेट जारी किया जाता है तभी उसे स्वीकृति मिलती है। इसके बावजूद सांस संबंधी रोगियों का अमरनाथ यात्रा में पहुंचना बड़ा सवाल है।
देश के विभिन्न हिस्सों से 90,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने समाचार भिजवाए जाने तक अमरनाथ की पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना की, यात्रा के चौथे दिन, जो 29 जून को बालटाल और नुनवान-पहलगाम के जुड़वां ट्रैक से शुरू हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार शाम तक 22 हजार 715 तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ गुफा में बर्फ के शिवलिंग के दर्शन किए। इसके साथ ही, यात्रा शुरू होने के बाद से पिछले चार दिनों के दौरान हिमालय की गहराई में 3888 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर में जाने वाले तीर्थयात्रियों की कुल संख्या 90 हजार को पार कर गई है।
एक अधिकारी ने कहा बताया कि यात्रा के सुचारु संचालन के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। पुलिस, सीआरपीएफ, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और अन्य अर्धसैनिक बलों के हजारों सुरक्षाकर्मियों को मार्ग पर तैनात किया गया है। हवाई निगरानी भी की जा रही है। तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए बेस कैंप और पवित्र गुफा तक यात्रा क्षेत्र में परोपकारी संगठनों द्वारा 135 से अधिक नि:शुल्क लंगर लगाए गए हैं। 52 दिनों तक चलने वाली अमरनाथजी यात्रा इस साल 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के पावन अवसर पर संपन्न होगी, जो रक्षाबंधन के त्योहार के साथ भी मेल खाती है। पिछले साल 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने गुफा मंदिर में दर्शन किए थे।