मौसम विभाग ने जारी किया मौसम का पूर्वानुमान
नवंबर में सर्दी और बारिश होने का इंतजार कर रहे किसानों और आमजन को इस बार दोनों के लिए दिसंबर-जनवरी का इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम केंद्र नई दिल्ली ने नवंबर महीने के मौसम का जो पूर्वानुमान जारी किया है, उसमें राजस्थान में कम बारिश होने और तापमान भी सामान्य से ज्यादा रहने यानी सर्दी कम पड़ने की संभावना जताई है। अक्टूबर के महीने में भी तापमान सामान्य से अधिक रहने और बारिश भी सामान्य से कम हुई, जिसके कारण सर्दी की जो अच्छी शुरुआत होनी थी, वैसी हुई नहीं। मौसम केन्द्र से जारी फोरकास्ट के मुताबिक राजस्थान समेत मध्य और दक्षिण भारत के राज्यों में बारिश सामान्य से कम हो सकती है। उत्तर और मध्य बारिश में अक्टूबर से मई-जून तक जो बारिश होती है, उसका 90 फीसदी कारण वेस्टर्न डिस्टर्बेंस होता है। अक्टूबर के महीने में इस बार 3 से ज्यादा पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में आए, लेकिन उनमें से केवल 2 ही ज्यादा सक्रिय रहे।
मौसम विभाग ने राजस्थान में नवंबर के महीने में दिन गर्म रहने और रातें कम ठंडी रहने का अनुमान जताया है। इस पूरे महीने प्रदेश में बारिश कम होने के कारण तापमान में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। वहीं नवंबर के महीने में दीपावली तक कोई बड़ा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भी आने की उम्मीद कम जताई है, जिससे पहाड़ों पर बर्फबारी और अच्छी बारिश हो सके। राजस्थान के उत्तरी हिस्सों में 15 नवंबर तक औसत तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रह सकता है, जबकि दिन का अधिकतम तापमान का औसतन 32 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
राजस्थान में अक्टूबर का महीना भी मौसम के लिहाज से ज्यादा अच्छा नहीं रहा। मानसून विदाई के बाद से प्रदेश में बारिश सामान्य से 21 फीसदी कम रही। राजस्थान में 1 से 31 अक्टूबर तक औसत बारिश 10.9MM होती है, जबकि इस पूरे सीजन में ये 8.9MM हुई है। हालांकि पश्चिमी राजस्थान में बारिश सामान्य से ज्यादा रही, लेकिन पूर्वी राजस्थान के 23 जिलों में ये औसत से काफी कम रही। इसका असर ये रहा है कि पिछले 12 साल में अक्टूबर में इस बार रात में तापमान भी ज्यादा नही रहा।