केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम पर आरोप लगाने वाला वरिष्ठ नेता भाजपा से निलम्बित, प्रधानमंत्री को भेजा पत्र
जयपुर। भाजपा ने बुधवार को राजस्थान विधानसभा के पूर्व स्पीकर और वरिष्ठ नेता कैलाश मेघवाल को निलंबित कर दिया है। कैलाश मेघवाल ने पिछले दिनों केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के खिलाफ जमकर हमला बोला था। उसके बाद से उन पर कार्रवाई विचाराधीन चल रही थी। भाजपा से निलंबन के बाद कैलाश मेघवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में अपनी तीखी नाराजगी भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि मुझे बीजेपी ने निकाला है, मैं चुनाव लडूंगा और बीजेपी उम्मीदवार को हजारों वोटों से हराऊंगा। कैलाश मेघवाल ने कहा कि मैंने पीएम नरेंद्र मोदी को लंबी-चौड़ी चि_ी लिखी है। अर्जुन मेघवाल जैसा भ्रष्ट व्यक्ति देश का कानून मंत्री कैसे हो सकता है। मेघवाल ने कहा कि राजस्थान में भाजपा गुटों में बंटी हुई है। वसुंधरा राजे के खेमे को पूरी तरह समाप्त करने की साजिश की जा रही है। बीजेपी में आयातित नेता हावी हैं। सीपी जोशी एनएसयूआई से आए हुए हैं।
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ जनता पार्टी से आए हैं। दोनों का ही जनसंघ और पार्टी की विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं है। कैलाश मेघवाला ने केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल पर दुबारा हमला बोलते हुए कहा कि अर्जुन मेघवाल भ्रष्ट अफसर रहे हैं। उद्योग सेवा से लेकर कलेक्टर रहने तक अर्जुन मेघवाल ने कई भ्रष्टाचार किए। उन्होंने चूरू में कलेक्टर रहते हुए शहीद सैनिक की वीरांगना के कोटे की जमीन हाउसिंग बोर्ड से गलत लोगों को आवंटित की थी। इसकी शिकायत हुई और एसीबी ने मामला दर्ज किया। दो बार जांच हुई। दबाव में एफआर पेश की। मेघवाल ने अपने बयान में कहा है कि अर्जुनराम मेघवाल ने चुनावी हलफनामे में अपने खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के केस की जानकारी नहीं दी। चुनावी एफिडेविट में गलत जानकारी देना कानूनी अपराध है। इनके खिलाफ केस चल सकता है। मंत्री पद के साथ सांसदी जा सकती है। मैंने ये सारी बातें प्रधानमंत्री को लिख कर दी हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि प्रधानमंत्रीजी इस पर एक्शन लेंगे।