कार में फटा सिलेंडर, युवक जिंदा जला
चलती कार में रखा रसोई गैस सिलेंडर फट जाने से युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि कार के परखच्चे उड़ गए और कार की छत करीब अलग होकर 10 फीट दूर जा गिरी। युवक का शव जल कर सीट से ही चिपका रह गया। पुलिस ने आसपास के लोगों की मदद से शव कार से बाहर निकाला। शव निकालते समय बिखर गया। कोतवाली पुलिस ने शव सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। हादसा श्रीगंगानगर शहर के जस्सासिंह मार्ग पर पेट्रोल पंप के पीछे सोमवार को हुआ। वहीं एलपीजी गैस एजेंसी संचालक का कहना है कि ऐसा हादसा पहली बार ही सामने आया है। या तो कार में कोई स्पार्किंग हुई होगी या युवक ने सिगरेट पी होगी। अब यह जांच में ही स्पष्ट हो पाएगा।

हादसे के बाद जब आसपास के लोगों ने उसे संभाला तो वह जली हुई स्थिति में कार की सीट के साथ चिपका हुआ था। उसे बड़ी मुश्किल से लोगों व पुलिस की टीम ने कार की सीट से अलग किया। कार से निकालते समय उसका जला शव बिखर गया। हादसे के बाद कार के शीशे टूट कर इधर-उधर बिखर गए। आसपास के लोगों का कहना था कि हादसा पेट्रोल पंप के पीछे की तरफ अंदरूनी गली में हुआ। यदि किसी व्यस्त सड़क पर कार रही होती तो आसपास के लोगों को जबरदस्त नुकसान हो सकता था। हादसे में कार का स्टीयरिंग और उसके आसपास का पूरा हिस्सा बिखर गया।
सीओ सिटी प्रशांत कौशिक ने बताया कि घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर न्यू चावला कॉलोनी में रहने वाला युवक संकेत बंसल (30) ऑनलाइन बिजनेस से जुड़ा हुआ था। वह सुबह करीब दस बजे कार से अपने घर के लिए रसोई गैस सिलेंडर लेने के लिए निकला था। वह रसोई गैस सिलेंडर भरवाकर लौट रहा था। कार में पीछे सिलेंडर रखा था। इसी दौरान अचानक सिलेंडर में विस्फोट हो गया। ब्लास्ट इतना तेज था कि काफी दूर तक इसकी आवाज सुनाई दी। वहीं कार की छत भी दूर जा गिरी। संकेत को इतना समय नहीं मिल पाया कि वह कार से बाहर निकल सकता और वह बुरी तरह झुलस गया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
गैस एजेंसी संचालक अजय मित्तल ने बताया कि कार के अंदर स्पार्किंग या स्मोकिंग कारण हो सकता है। आमतौर पर रखा हुआ सिलेंडर बिना किसी कारण के नहीं फटता। कार में सिलेंडर पीछे रखा था। हो सकता है वहां कहीं वायरिंग में स्पार्किंग हुई हो और सिलेंडर ने आग पकड़ ली हो अथवा कार में ही ड्राइवर ने स्मोकिंग की हो। रखे हुए सिलेंडर का अचानक फट जाना, ऐसा मामला अब से पहले सामने नहीं आया है। गैस सिलेंडर ज्यादा गर्मी सहने में सक्षम होते हैं। ऐसे में गर्मी भी सिलेंडर फटने का कारण नहीं हो सकती।