किसानों को दिया लोन का झांसा, फर्जी खाते खोल किया करोड़ों का लेनदेन
बीकानेर। बीकानेर के पेमासर गांव में रहने वाले दो किसानों को लोन दिलाने का झांसा देकर एक युवक ने फर्जी करंट एकाउंट खुलवाये। किसानों को बताये बिना उनके खातों से करीब 35 करोड़ रुपए का लेनदेन कर लिया गया। अब दोनों ने जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में धोखाधड़ के अलग-अलग मामले दर्ज कराये हैं। पेमासर गांव में रहने वाले देबूराम जाट और बजरंगलाल जाट ने नागौर के श्रीबालाजी निवासी अरुण शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। देबूराम ने पुलिस को बताया कि अरुण शर्मा ने कम ब्याज पर लोन दिलाने के आश्वासन के बाद एसबीआई की उदासर ब्रांच में एक खाता खुलवाया। इस दौरान उसे पेनकार्ड और आधार कार्ड इत्यादि उपलब्ध कराए गए थे।
इन्हीं कागजात के आधार पर उसने एक करंट एकाउंट भी खुलवा दिया। जिसकी जानकारी देबूराम को नहीं दी गई। इस खाते में मोबाइल नंबर भी उसके बजाय किसी और के दिए हैं। बैंक मैनेजर ने खाते में ज्यादा लेनदेन होने की बात कही तो ब्रांच में पहुंचकर रिकार्ड चैक करवाया। पता चला कि उसके नाम से दो एकाउंट चल रहे हैं। एक एकाउंट में सात करोड़ 19 लाख तीन हजार 781 रुपए का लेनदेन हो चुका है। इस एकाउंट के साथ एक फर्जी ईमेल आईडी भी दी गई है, जो उसकी नहीं है।
उधर, पेमासर के ही बजरंगलाल जाट ने पुलिस को बताया कि उसे पशुधन लोन दिलाने के लिए कागजात लिए थे। इन कागजात से भी एक करंट एकाउंट खोला गया। इस एकांउट में बजरंगलाल के साथ एक कंपनी का नाम जोड़ा गया। बजरंग लाल को पता ही नहीं था कि किसी देवदास महलू अडेक के नाम की कंपनी के साथ उसका कोई खाता है। इस एकाउंट से 25 करोड़ 20 लाख 67 हजार 899 रुपए का लेनदेन हो चुका है। इनमें अधिकांश लेनदेन बालाजी कम्प्यूटर्स, बालाजी एंटरप्राइजेज, लक्ष्मण फेबरिक, मनीषा फेबरिक, अब्राहिम एजेंसीज, प्ले प्वाइंट स्टेशन के नाम से लेनदेन हुआ है। बजरंग लाल का कहना है कि वो इनमें से किसी को नहीं जानता। ये सभी लेनदेन फर्जी हैं। पुलिस ने दोनों एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।