देर रात दो साल के बच्चे को उठा ले गया युवक, रोने की आवाज सुनकर मां जागी तो छोड़कर भागा
बीकानेर। हंगामों और अव्यवस्थाओं की शिकार पीबीएम अस्पताल में अब बच्चे भी सुरक्षित नहीं है। शिशु चिकित्सालय से एक दो साल के बच्चे को उठा ले जाने का एक मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि सोमवार देर रात एक बच्चे को अज्ञात युवक उठाकर ले गया, लेकिन कुछ ही कदम की दूरी पर बच्चा जाग गया और रोने लगा। अपने बेटे के रोने की आवाज सुनकर मां भी जाग गई। युवक का पीछा किया तो बच्चे को वहीं छोड़कर भाग गया। इसके बाद वार्ड में उपस्थित रोगियों ने जमकर हंगामा किया। बच्चे के परिजनों ने पीबीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ. पी.के. सैनी को बताया कि दो साल का शिशु वार्ड में भर्ती हैं। रविवार रात को ढाई से तीन बजे के बीच वह अचानक रोने लगा तो पास ही झपकी ले रही मां जाग गई। उसने देखा एक शख्स बच्चे को उठा कर ले जा रहा है।
मां जागी और चिल्लाई, गार्ड को आवाज लगाई। ऐसे में शख्स बच्चे को छोड़कर भाग गया। घटना की जानकारी मिलने पर कांग्रेस नेता और यूआईटी के पूर्व चैयरमेन हाजी मकसूद अहमद अस्पताल पहुंचे। उन्होंने भर्ती बच्चे के परिजनों से बातचीत करने के बाद अधीक्षक डॉ. पी.के. सैनी से मुलाकात की। अस्पताल परिसर में सीसीटीवी कैमरे नहीं होने पर मकसूद ने नाराजगी व्यक्त की। पीबीएम अस्पताल के इस परिसर में काफी समय पहले सीसीटीवी कैमरे लगे थे जो खराब हो गए। उन्हें बाद मे बदला ही नहीं गया। शिशु रोग विभागाध्यक्ष डा.आर.के.सोनी का कहना है, अस्पताल में घुसने के कई गेट्स हैं। इनमें से एक ही दरवाजा खुला रहता है। उसे भी रात को बंद किया जाता है। पुरूषों को रात में एंट्री नहीं दी जाती। डीडीसी यानी दवा केन्द्र अंदर होने से रात को महिलाओं को भी बाहर नहीं जाना पड़ता। इसके बावजूद कोई अंदर कैसे आ सकता है? इसकी पुष्टि की जा रही है।