महाशिवरात्रि पर जानें क्या करें, देखे पूजा के शुभ मुहुर्त
बीकानेर। इस बार महाशिवरात्रि 18 फऱवरी शनिवार को मनाई जाएगी। महाशिवरात्रि पर पूजा कब करें, किस राशि के जातक को क्या करना होगा व मुहुर्त आदि की जानकारी बीकानेर के जाने-माने पंडित गिरधारी सुरा ने देते हुए बताया कि भगवान शिव को प्रसन्न करके सभी प्रकार की मनोकामनाओं की पूर्ति कर सकते हैं। महाशिवरात्रि को शिव भक्त व्रत रखकर भगवान शिव का जलाभिषेक, पृथक-पृथक पदार्थों से अभिषेक, जागरण करें। सुहागन स्त्रियां अपने सौभाग्य की वृद्धि के लिए, अविवाहित लड़कियाँ सुयोग्य एवं मनपसंद जीवन साथी की प्राप्ति के लिए शिव की पूजा अर्चना करती हैं। इस दिन महादेव और माता पार्वती की पूजा शुभ काल के दौरान करना चाहिए। भगवान शिव की पूजा करते वक्त बिल्वपत्र, शहद, दूध, दही, घी, शक्कर और गंगाजल से अभिषेक करना चाहिए।
राशि अनुसार करें पूजन, शीघ्र मिलेगा फल
पं. गिरधारी सुरा ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन राशि के अनुसार विशेष उपाय करके भोलेनाथ की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
मेष और वृश्चिक राशि वाले इस महाशिवरात्रि पर गंगाजल और मसूर की दाल व पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें। साथ मे गुलाब के पुष्पों से अर्चन जरूर करें।
वृष और तुला राशि वाले दूध, दही, शक्कर या चावल से शिवलिंग का अभिषेक करें। सुगंधित जल से अभिषेक करने से धन से संबंधित परेशानियां दूर होंगी। सभी प्रकार के ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए सफ़ेद पुष्पों व अबीर गुलाल से अर्चन करें।
मिथुन और कन्या राशि वाले गन्ने के रस से, साथ में हरे मूंग, भांग से शिवलिंग का अभिषेक करें। व्यापार वृद्धि के लिए दूर्वा, धतूरा से अर्चन करें।
कर्क राशि वाले दूध में शक्कर मिलाकर, माटी के घड़े में पानी डालकर शिवलिंग का अभिषेक करें। मन की प्रसन्नता के लिए पंचमेवे का भोग लगाएं और वस्त्र अर्पण करें।
सिंह राशि वाले जल में लाल चंदन मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। सुहाग पिटारा और दाडि़म चढ़ाएं जिससे मान-सम्मान, यश की प्राप्ति होगी।
धनु और मीन राशि वाले दूध में केशर मिलाकर, चना दाल, केशु पुष्प से शिवलिंग का अभिषेक करें। गेंदे के पुष्प और पीली मिठाई का भोग लगाए साथ में शिव मंत्र का जाप करें।
मकर और कुम्भ राशि वाले तेल से, औषधि मिश्रित जल, डाभ मिश्रित जल से शिवलिंग का अभिषेक करें। साथ ही बिल्वपत्र, शमीपत्र से शिव के 1008 नाम से अर्चन करने के बाद दीपदान करें जिससे हर कार्य में सफलता मिलेगी और शत्रु का नाश होगा, सभी प्रकार के कष्टों का निवारण भी होगा।
महा शिवरात्रि पर पूजा के शुभ मुहूर्त
महा शिवरात्रि व्रत : 18 फरवरी 2023, शनिवार
फाल्गुन चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ- दिन शनिवार, 18 फरवरी 2023 को रात्रि 8.02 से
चतुर्दशी तिथि का समापन- 19 फरवरी, दिन रविवार को सुबह 4.17 पर।
रात्रि प्रथम प्रहर पूजन समय- 08.15 से 10.15
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजन समय- 10:15 से 19 फरवरी को 12.15 एएम तक।
रात्रि तृतीय प्रहर पूजन समय- 12:15 एएम से 19 फरवरी को 2:15 एएम तक।
रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजन समय- 2.15 एएम से 19 फरवरी को 4:15 एम तक।
पारणा समय- रविवार, 19 फरवरी को सुबह 6.00 से दोपहर 3.24 तक।