कर्मवान फाउंडेशन : शक्ति दर्शन यात्रा 28 फरवरी से, 40 युवक, 1400 किमी यात्रा कर हिन्दू नववर्ष मनाने की जगाएंगे अलख

रंगोली सजाएं, दीप जलाएं और भक्ति भाव से मनाएं हिन्दू नववर्ष : वेद व्यास
बीकानेर। कर्मवान फाउंडेशन द्वारा हिंदू नववर्ष पर शक्ति दर्शन यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन से जुड़े वेद व्यास ने बताया कि 28 फरवरी को दम्माणी चौक में छोटा गोपालजी मंदिर से शुरू होकर 5 मार्च तक राज्य के सात जिलों में घूमेगी। इस यात्रा का समापन बीकानेर के नगर सेठ लक्ष्मीनाथ मंदिर प्रांगण में होगा। कर्मवान फाउंडेशन के तत्त्वावधान में निकलने वाली इस यात्रा में 10 चौपहिया वाहनों से 40 युवा प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर हिन्दू नववर्ष को धूमधाम से मनाने के लिए लोगों को जागृत करेंगे। यात्रा के पोस्टर का विमोचन केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने किया। पोस्टर विमोचन में संतोष पुरोहित, भगवान सिंह मेड़तिया, जसराज सिंवर, विक्रम राजपुरोहित, दाऊ लहरी आदि उपस्थित रहे। व्यास ने बताया कि यह यात्रा जहां-जहां से गुजरेगी वहां-वहां रात को नुक्कड़ सभाएं होंगी।

इन नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से लोगों में यह जागृति लाने का प्रयास किया जाएगा कि लोग हिन्दू नववर्ष को न्यू ईयर की तरह सेलिब्रेट करें। इसके अलावा रोजाना रात को भक्ति संगीत का कार्यक्रम होगा। यात्रा में शामिल लोग लोगों को इस बात के लिए भी जागृत करेंगे कि हिन्दू नववर्ष के पहले दिन लोग अपने घरों में दीप प्रज्वलन करें और रंगोली सजाएं। इसके लिए यात्रा में शामिल युवा पत्रक वितरण भी करेंगे। इसके लिए 10 हजार से ज्यादा पत्रक छपवाए गए हैं। यह यात्रा बीकानेर से शुरू होकर फलौदी, जैसलमेर, बाड़मेर, नागौर, बालोतरा, जोधपुर जिले की 21 विधानसभा में लगभग 250 ग्राम पंचायतों में जन जागृति का कार्यक्रम रहेगा। यह यात्रा 1350 से 1400 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
शक्ति दर्शन का रुट
- बीकानेर से रवाना होने के बाद कोड़मदेसर भैरव, कपिल मुनि, गिरिराजसर-गडिय़ाला, बाप के भैरू होते हुए फलौदी के लटियाल माता के यहां रात्रि विश्राम करेगी।
- रामदेवरा, जाजवालामाता, पोकरण के आशापुरा, भादरिया माता मंदिर, काली डूंगर, पनोदराय, नमडूंगर, तनोट, घंटियाली माता होते हुए जैसलमेर पहुंचेगी। यहां पर रात्रि विश्राम होगा।
- तेमड़ाराय, उड़ काश्मीर (लोकदेवता बाबा रामदेव की जन्मस्थली) और आसोतरा जाएगी।
- नाकोड़ा भैरव, जसोल, ओसियां माता, नागणाराय, चामुंडा माता मेहरानगढ़ होते जोधपुर पहुंचेगी।
- खरनाल के तेजाजी मंदिर, नागौर, जांभोजी की तपोस्थली मुकाम होते हुए देशनोक पहुंचेगी। यहां से नागणेचीजी मंदिर होते हुए नगर सेठ लक्ष्मीनाथ मंदिर पहुंचकर इस यात्रा का समापन होगा।
