देश व धर्म की ओर बढऩे वाला हर कदम मानवता के हित में : नरसी कुलरिया…देखें वीडियो
विश्व का कल्याण हो व प्राणियों में सद्भाव रहे : श्याममनोहर
कुलरिया परिवार को राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होने का मिला न्यौता
देश की 150 शख्सियतों में बीकानेर के नरसी कुलरिया को मिला निमंत्रण
आरएसएस क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख राजस्थान श्री श्याम मनोहर का नरसी विला में हुआ अभिनन्दन
बीकानेर। ‘विश्व का कल्याण हो व प्राणियों में सद्भाव रहे इस मूलमंत्र को यदि कोई भी व्यक्ति अपने जीवन का आधार बना ले तो वह मानवता की परिभाषा को फलीभूत कर सकता है। यह उद्गार आरएसएस क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख राजस्थान श्री श्याम मनोहर ने नोखा के सीलवा गांव में समाजसेवी नरसी कुलरिया को 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन अवसर पर पधारने हेतु निमंत्रण के दौरान व्यक्त किए। आरएसएस क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख राजस्थान श्री श्याममनोहर ने उपस्थित ग्रामीणजनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सैकड़ों वर्षों बाद यह दिव्य आयोजन होने जा रहा है और हम सभी सौभाग्यशाली हैं जो इसे साक्षात् देख सकेंगे।
श्री श्याममनोहर ने बताया कि राजस्थान में 150 शख्सियतों को अयोध्या द्वारा निमंत्रण दिया जा रहा है जिसमें नोखा मूलवास सीलवा के नरसी-भंवरी देवी कुलरिया को भी निमंत्रण कार्ड दिया गया है। सीलवा गांव पहुंचने पर श्याममनोहर एवं उनकी धर्मपत्नी का पुष्पवर्षा कर ग्रामीणों द्वारा माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इस दौरान उगमाराम कुलरिया, ठा.धड़ सिंह, ठा. सोहन सिंह, सरपंच खूमाराम, बालचंद शर्मा, गणेशाराम, मनसुखराम, बुधाराम, रामेश्वरलाल, चम्पादास, सोहनसिंह, हेमेन्द्र सिंह, भंवर सिंह, महेन्द्रदान, प्रेम कुलरिया, छैलूदास, पवन, राधाकिशन, नारायण, सूर्यप्रकाश, शक्तिदान, हनुमानदान आदि ग्रामवासियों की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए समाजसेवी नरसी कुलरिया ने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत एवं क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम सुथार के प्रेरणादायी विचार युवाओं को सद्मार्ग दिखा रहे हैं। नरसी कुलरिया ने कहा कि 22 जनवरी 2024 दीपावली की तरह मनाया जाएगा।
दीप जलेंगे और राम नाम संकीर्तन होगा। कुलरिया ने बताया कि ग्रामवासियों को अयोध्या में रामलला मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का लाइव प्रसारण सीलवा गांव में ही एलइडी के माध्यम से दिखाया जाएगा। भंवर नरसी पूनम कुलरिया, जगदीश कुलरिया परिवार ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर हर्ष जताते हुए इसे अध्यात्म के क्षेत्र में ऐतिहासिक बताया है। गौरतलब है कि भंवर नरसी पूनम कुलरिया परिवार अपने पिता ब्रह्मलीन संत श्रीदूलाराम कुलरिया के पदचिह्नों पर चल रहा है तथा निरन्तर गौसेवा, शिक्षा, रोजगार व समाजसेवा के क्षेत्र में सहभागिता निभा रहा है।