अवैध मादक तस्कर व ईनामी हिस्ट्रीशीटर प्रदीप बुवाल को खिंदासर की रोही से दबोचा, राजस्थान के टॉप-25 वांछितों में था शामिल
पुलिस थाना जसरासर व डीएसटी की बड़ी कार्यवाही
बीकानेर। राजस्थान के टॉप-25 वांछितों की सूची में शामिल हिस्ट्रीशीटर प्रदीप बुवाल को जसरासर पुलिस व डीएसटी ने खिंदासर की रोही से दबोच लिया है। पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार प्रदीप बुवाल पुत्र सहीराम बिश्नोई उम्र 42 साल जाति बिश्नोई निवासी साईंसर पीएस पांचू जिला बीकानेर पर अवैध मादक पदार्थ तस्करी, आर्म्स एक्ट व हत्या के प्रयास सहित कुल 13 प्रकरण दर्ज है तथा पुलिस महानिरीक्षक रेंज बीकानेर, बीकानेर के द्वारा 40 हजार रूपये का ईनाम किया गया था। बुवाल पुलिस थाना देशनोक के अवैध मादक पदार्थ के प्रकरण में वांछित था तथा प्रदीप बुवाल 10 माह से फरार भी था। पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाये जा रहे हार्डकोर, वांछित व ईनामी अपराधियों की धरपकड़ हेतु चलाये गये अभियान के तहत एसपी तेजस्वनी गौतम के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण प्यारेलाल शिवराण आरपीएस, रमेश आईपीएस (प्रो.) वृताधिकारी सदर व हिमांशु शर्मा वृताधिकारी वृत नोखा जिला बीकानेर के निकट सुपरविजन में संदीप कुमार थानाधिकारी पुलिस थाना जसरासर, दीपक यादव सउनि साईबर सैल मय टीम का गठन किया गया। मुल्जिम प्रदीप बुवाल के बारे में तकनीकी कार्य व मुखबीर तंत्र को सकिय किया गया।
साइबर सैल ने मुल्जिम प्रदीप बुवाल से जुडी संदिग्ध गतिविधियों पर रोजाना मॉनिटरींग करते पुलिस टीम द्वारा मुखबीर की सूचनाओं व तकनिकी विश्लेषण करते हुये मुल्जिम प्रदीप बुवाल को खिंदासर के आस-पास होने के इनपुट मिलने पर टीम खिंदासर के लिये रवाना हुई। जिस पर पुलिस टीम द्वारा खिंदासर की रोही में मुल्जिम को निजी गाडी में देखा तो रात होने व कच्चे रास्ते होने के कारण गाडी से नीचे उतरने के लिये लगभग 2 घंटे तक झाडिय़ों के पीछे छुपकर इंतजार किया। उक्त मुल्जिम प्रदीप बुवाल जैसे ही गाड़ी से नीचे उतरा तो पुलिस टीम को देखकर भागने का प्रयास किया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा पीछा कर मुल्जिम प्रदीप बुवाल को दबोच लिया गया।
कार्यवाही करने वाली टीम- संदीप कुमार उ.नि. थानाधिकारी पुलिस थाना जसरासर, रामकेश उनि थानाधिकारी पांचू, दीपक यादव सउनि, दिलीपसिंह सउनि, महावीर हैडकानि, लखविन्द्र कानि, श्रीराम कानि, सूर्यप्रकाश कानि, देवेन्द्र कानि, शिवप्रकाश कानि, सुमित कानि. बाबुलाल कानि, महेन्द्र कानि। उक्त कार्यवाही में दीपक यादव सउनि साईबर सैल का विशेष योगदान रहा।