हैल्थ अलर्ट : बदलते मौसम में बरतें सावधानी, डॉ. यासिर मिर्जा ने बताए स्वस्थ रहने के उपाय… देखें वीडियो
बदलते मौसम की वजह से चर्म रोग के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बीकानेर के जाने-माने होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. यासिर मिर्जा ने बताया कि मौसम जब बदलता है तो चर्म रोग होना एक स्वाभाविक है। इस तरह के मौसम में न केवल रोगी को बल्कि सभी को सावधान रहने की जरूरत होती है। विशेषत: सर्दी से गर्मी की ओर बदल रहे मौसम में त्वचा व एलर्जी संबंधित शिकायत ज्यादा होती है। त्वचा रोगों से पीडि़त रोगियों के उपचार में होम्योपैथी पद्धति चमत्कारिक रूप से साबित हुई है। सामान्यत: वायरल त्वचा रोगों के लिए होम्योपैथिक उपचार बड़ी संख्या में लोगों को सस्ती और प्रभावी समाधान प्रदान करने में निर्णायक हो सकता है। डॉ. मिर्जा ने बताया कि लाल या सफेद रंग के उभार, दर्दनाक या खुजली वाले चकत्ते, त्वचा का खुरदुरापन, त्वचा का छिलना, अल्सर, खुले घाव या जख्म, सूखी व फटी त्वचा, त्वचा पर फीके रंग के धब्बे, थक्के मस्से या अन्य त्वचा के उभार, तिल के रंग या आकार में परिवर्तन, त्वचा का रंग बिगडऩा, अत्यधिक फ्लशिंग चेहरे, कान, गर्दन और धड़ में गर्मी महसूस होना, गंभीर संक्रमण, मवाद, छाले आदि होना त्वचा संबंधी रोग के अंतर्गत आते हैं। आमतौर पर यह त्वचा के छिद्रों और बालों के रोम में फंसे बैक्टीरिया के होने, त्वचा पर रहने वाले कवक, परजीवी या सूक्ष्मजीव अथवा वायरस के कारण हो सकते हैं। प्रतिरक्षा प्रणाली की कमजोरी, एलर्जी करने वाले पदार्थों या किसी अन्य व्यक्ति की संक्रमित त्वचा के साथ संपर्क में आना और अनुवांशिक कारक भी त्वचा रोग के लक्षण हैं। इनसे बचाव के लिए साबुन और गर्म पानी से अपने हाथों को बार-बार धो लें। खाने और पीने के बर्तन अन्य लोगों के साथ शेयर न करें। जिन लोगों को त्वचा का संक्रमण है, उनके साथ सीधे संपर्क से बचें। सार्वजनिक स्थानों, जैसे जिम उपकरण, को इस्तेमाल करने से पहले साफ करें। व्यक्तिगत सामान, जैसे कि कंबल, कंघा या स्विमिंग सूट को लोगों के साथ शेयर न करें। रोजाना कम से कम सात घंटे सोएं। खूब पानी पिएँ। अत्यधिक शारीरिक या भावनात्मक तनाव से बचें। पौष्टिक आहार खाएं। संक्रामक त्वचा समस्याओं जैसे कि चिकन पॉक्स के लिए टीका लगवाएं। खास बात यह है कि होम्योपैथी में चर्म रोगों का इलाज बेहद सुरक्षित और पूर्णत: होता है। होमियोपैथी मे चर्म रोग का इलाज़ सभी पद्धत्तियो मे सबसे अधिक कारगर है और सस्ता भी होता है।