2 फरवरी को राज्यपाल करेंगे हरखचंद नाहटा के सिक्के का अनावरण

बीकानेर। बीकानेर के समाजसेवी व उद्योगपति रहे हरखचंद नाहटा की स्मृति में 25 रुपए का सिक्का जारी किया जाएगा। दो फरवरी को गंगानगर रोड स्थित हरखमणि एस्टेट फार्म हाउस में राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े के हाथों चांदी के सिक्के का लोकार्पण होगा। इस संबंध में शुक्रवार को हरखचंद नाहटा स्मृति न्यास की ओर से गंगाशहर के हरखमणि भवन में प्रेस वार्ता आयोजित की गई। प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए हरखचंद नाहटा के पुत्र ललित नाहटा ने बताया कि 25 रुपए का यह सिक्का 40 ग्राम शुद्ध चांदी का है। ललित नाहटा के बताया कि समारोह में केन्द्रीय कानून एवं विधि मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, महाराष्ट्र के जैन माइनोरिटी, फाइनेंस डवपलमेंट कॉरपोरेशन के चेयरमैन ललित एस गांधी, मध्यप्रदेश के उज्जैन से सांसद अनिल फिरोजिया, केबिनेट मंत्री सुमित गोदारा, विधायक जेठानंद व्यास, विधायक सिद्धि कुमारी, श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत, नोखा विधायक सुशीला देवी डूडी, कोलायत विधायक अंशुमानसिंह भाटी, खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, नोखा के पूर्व विधायक बिहारीलाल बिश्नोई को कार्यक्रम में बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया है। प्रेस वार्ता में को उद्योगपति कन्हैयालाल बोथरा, पदमचंद नाहटा व सिक्कों के विशेषज्ञ सुधीर लूणावत भी मौजूद रहे।
समाजसेवी कन्हैयालाल बोथरा ने बताया कि हरखचंद नाहटा 18 जुलाई 1936 में बीकानेर के एक प्रतिष्ठित परिवार सेठ भैरूंदान नाहटा के घर पर हुआ था। नाहटा एक समाजसेवी और परोपकारी उद्यमी थे। बोथरा के अनुसार नाहटा एक जीवट व्यक्तित्व और मृदुभाषी थे। कई शीर्ष सामाजिक और धार्मिक संस्थानों के कार्यों में सक्रिय रूप से सम्मिलित होकर सामाजिक कल्याण,धर्म ,कला, संस्कृति और जीव दया के प्रचार प्रसार में व सार्वजनिक सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया। नाहटा त्रिपुरा के दुर्गम और निर्जन इलाकों में सड़क परिवहन शुरू करने वाले पहले व्यक्ति थे। त्रिपुरा में सबसे बड़ी रेल्वे आउट एजेंसी (त्रिपुरा टाउन आउट एजेंसी) को संभालते हुए और भारी लागत और जोखिम के साथ सड़क परिवहन का एक बड़ा नेटवर्क स्थापित किया। वहीं दिल्ली और बीकानेर में मुख्य सडकों का नाम भी हरखचंद नाहटा के नाम से नामकरण किया हुआ है। नाहटा ने अपने टेक्नीशियन स्टूडियो के माध्यम से पूर्वी भारत में सिनेमा के विकास में बहुत योगदान दिया। कलकत्ता, जिसके साथ सत्यजीत रे, ऋत्विक घटक और बासु भट्टाचार्य जैसे कई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिनाम निर्देशक जुड़े थे। बाद में वे एक फिल्म फाइनेंसर और रियल एस्टेट कारोबारी बन गए।
उन्होंने अपनी सलाह, मदद और संरक्षण के साथ फिल्मों और प्रदर्शन कला के कई उभरते कलाकारों को प्रोत्साहित किया। वे कला और साहित्य के पारखी भी थे। व्यापार और उद्योग में उनके बहुमुखी योगदान के लिए,नाहटा को भारत के उपराष्ट्रपति और दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा सम्मानित भी किया गया। बोथरा ने बताया हरखचंद नाहटा 1990 में अखिल भारतीय जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए जो जीवनपर्यन्त रहे। ललित नाहटा ने बताया कि यह पूरे बीकानेर के लिए गौरव की बात है कि बीकानेर की किसी शख्शियत पर भारत सरकार द्वारा स्मारक सिक्का जारी किया जा रहा है सिक्को के जानकर सुधीर लुणावत ने बताया कि सिक्का भारत सरकार की मुंबई टकसाल द्वारा बनाया गया है जिसकी गोलाई 44 मिलीमीटर है और कुल वजन 40 ग्राम है जो शुद्ध चांदी का बना है।
सिक्के को जारी करने के संबध में 31 मार्च 2024 को भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के आर्थिक कार्य विभाग ने गजट अधिसूचना भी जारी की थी।
