गर्मी में सैर-सपाटे पर जा रहे हैं तो रखें इन बातों का ध्यान
अगर आप गर्मी की छुट्टियों में सैर सपाटे पर जा रहे हैं, अपनी यात्रा को सुखद और मंगलमय बनाएं रखना चाहते हैं तो खान-पान पर ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। गर्मी के दिनों में की जाने वाली यात्रा में अक्सर देखा जाता है कि लोग बीमार हो जाते हैं और इसमें पेट से संबंधित होने वाले रोग प्रमुख रहते हैं। इसकी वजह दूषित पेय पदार्थ और दूषित भोजन के साथ शरीर में पानी की कमी होना भी है। शरीर में पानी की कमी ना हो इसके लिए लोग यह तो ध्यान रखते हैं कि पानी और जूस आदि वे सतत लेते रहे लेकिन इस बात का ध्यान नहीं रखते की जो पानी भी पी रहे हैं या जिस स्थान से जूस या शरबत लेकर पी रहे हैं वहां सफाई कैसी है।
अगर आप सफर करें तो जूस, शरबत या पानी ऐसे स्थान पर पीए जहां सफाई सुनिश्चित हो। रास्ते में जगह जगह मिलने वाले जूस, गन्ने आदि अगर खुले में बिक रहा है तो उसे बिल्कुल ना पिए। वहां मक्खियां भी होती हैं और इन मक्खियों की वजह से कई बैक्टीरिया उसमें पनप जाते हैं जो आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं इसके स्थान पर आप टेट्रा पैक वाले तरल पदार्थ ले सकते हैं जैसे छाछ, दूध आदि। इनमें हानिकारक बैक्टीरिया नहीं होते हैं इसलिए शरीर पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता। अगर आप फ्रूट चाट या भेल आदि खरीद कर खा रहे हैं तो भी उसी स्थान पर खाएं जहां मक्खी आदि ना हो और सभी सामग्री ढकी हुई रखी हो। शीतल पेय पदार्थ पीते समय यह भी सुनिश्चित कर लें कि जिस दुकान पर आप उन्हें पी रहे हैं वहां उस में डाली जाने वाली बर्फ कैसी है और अगर आप टेट्रा पैक ले रहे हैं तो उसकी समयावधि को भी देखना ना भूलें। सफर के दौरान कई लोग अल्कोहल का भी सेवन करते हैं जो कि गलत है। अल्कोहल से ना केवल आपके लीवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है बल्कि इससे शरीर में पानी की कमी भी हो जाती है और ऐसे में लू लगने या डिहाइड्रेशन से होने वाली समस्या भी आपको हो सकती है।
कोशिश यह करें की जब भी आप घर या होटल से बाहर निकले तो भरपूर मात्रा में पानी पीकर निकले, अपने पानी की बोतल जरूर रखें और भोजन तथा नाश्ते में सलाद दही और छाछ को जरूर शामिल करें। सफर के दौरान अगर गरम पेय पदार्थ जैसे सूप, दूध आदि खा पी रहे हैं तो इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होगा क्योंकि उबालने के बाद बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और आपके शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाते लेकिन गरम पेय पदार्थ में चाय कॉफी के सेवन से बचें या कम ही पिए क्योंकि इनके सेवन से पेशाब अधिक आती है और शरीर में पानी कमी हो जाती है। सफर में चाट कचोरी समोसे भी कम ही खाएं और यदि कचोरी समोसे खाना भी हैं तो गर्म ही खाएं क्योंकि गर्म खाने पर इनमें भी बैक्टीरिया नहीं रहते।