लाखों रुपयों में मिलते है वीआईपी नंबर… पढ़ें पूरी खबर
जयपुर शहर में शुरू हुई वाहन नंबरों की नई सीरिज में लोग वीआईपी नंबर खूब चाव से खरीद रहे हैं। दरअसल, परिवहन विभाग ने फरवरी माह में आरटीओ जयपुर द्वितीय को आरजे 59 सीरिज आवंटित की थी। करीब ढाई महीने में 93 वीआईपी नंबर लोगों ने अपने दुपहिया और चौपहिया वाहनों के लिए खरीदे। इतना ही नहीं, इनमें से कई नंबरों के लिए लोगों ने बोली भी लगाई। 5 हजार रुपए से लेकर 3 लाख रुपए तक विभिन्न वीआईपी नंबर खरीदे गए। दूसरी तरफ इस सीरिज के सामान्य नंबर लेने में लोगों में क्रेज नहीं है। वहीं वाहन डीलर्स भी इस सीरिज में वाहन रजिस्ट्रेशन न के बराबर कर रहे हैं।
आरजे 59 में सबसे ज्यादा मांग 0001 की है। चौपहिया व दुपहिया वाहन पर अलग-अलग सीरिज में 8 नंबर बिके हैं। इनमें दो नंबर दुपहिया वाहन पर, जबकि शेष 6 नंबर कार पर लिए गए। एक पांच सीटर व एक सात सीटर कार पर 0001 नंबर 3-3 लाख रुपए में बेचे गए हैं। वहीं दुपहिया वाहन पर भी 0001 नंबर 20 हजार रुपए में लिया गया है। आरजे 59 सीरिज में नंबर आप भी आसानी से ले सकते हैं। नया वाहन लेने पर आप डीलर से आरजे 59 सीरिज में नंबर देने के लिए कह सकते हैं। वाहन डीलर जयपुर ही नहीं, प्रदेश में किसी भी जिले के किसी भी कोड में आसानी से नंबर अलॉट कर सकते हैं। इसके लिए संबंधित आरटीओ कार्यालय में जाने की आवश्यकता भी नहीं है।
ऐसे खरीदें फैंसी नंबर- 0001, 0007, 0004, 9999, 8888, 7000 सहित अन्य नंबरों को फैंसी नंबर कहा जाता है। कार या बाइक के लिए मनचाहा नंबर पाने के लिए parivahan.gov.in पर रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसके बाद वीआईपी नंबर्स की बोली लगती है। अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग नबंर्स के विकल्प दिए जाते हैं। नंबर के अनुसार परिवहन विभाग को पैसा चुकाना होता है। कार या बाइक का नंबर जितना फैंसी होता है, उसकी कीमत उतनी ज्यादा होती है। यदि एक नंबर के लिए ज्यादा लोग आवेदन करते हैं तो फिर ऑनलाइन बोली लगती है।