शिक्षा में आज के फैसलों से प्रदेश का भविष्य उज्ज्वल : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री का बीकानेर दौरा
जयपुर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के उत्थान और उनकी प्रगति के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। युवाओं और विद्यार्थियों को समर्पित बजट पेश कर भविष्य के संकल्पना को साकार किया जा रहा है। शिक्षा क्षेत्र में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों एवं नवाचारों से ही आज राजस्थान अग्रणी राज्य बना है। इसी का परिणाम है कि भारतीय सिविल सेवा में चयनित होने में राज्य के युवा आगे हैं। गहलोत मंगलवार को बीकानेर के राजकीय डूँगर महाविद्यालय में छात्रसंघ कार्यालय उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही सशक्त माध्यम है, जिससे युवा अपने भविष्य के लिए सही रास्ता चुन सकते हैं।
युवा वर्ग शिक्षा प्राप्ति के साथ देश की हर घटना की जानकारी भी रखें। देश की आजादी से पूर्व एवं बाद के त्याग और बलिदान को पढ़ें और अन्य ज्ञानवर्धक गतिविधियों में भी शामिल हों। इसी से व्यक्तिव और कृतित्व मजबूत बनेगा। उन्होंने कहा कि इतिहास वही बनाता है, जो इतिहास जानता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के चहुंमुखी विकास के लिए संकल्पबद्ध है। बेहतर शिक्षा के लिए हरसम्भव प्रयास और नवाचार किए जा रहे हैं। प्रदेश में आईआईटी, आईआईएम, एम्स, ट्रिपल आईटी, निफ्ट, एनआईए, आरयूएचएस, लॉ, एग्रीकल्चर, स्पोर्ट्स एवं पुलिस यूनिवर्सिटी जैसे राष्ट्रीय स्तर के संस्थान स्थापित हो चुके हैं। साथ ही अब प्रदेश में विश्वविद्यालयों की संख्या 92 हो गई है। पिछले चार वर्षों में ही 211 महाविद्यालय खोले जा चुके हैं तथा 92 महाविद्यालय और खोले जा रहे हैं। अब प्रदेश के युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना में 30 हजार विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिंग, राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना में 500 विद्यार्थियों को विदेश में नि:शुल्क शिक्षा, महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की स्थापना जैसे नवाचारों से राज्य में शिक्षा का स्वरूप ही बदल गया है।
समारोह में शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला, पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री श्री गोविंद सिंह डोटासरा पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, ऊर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी, राजस्थान राज्य क्रीडा परिषद की अध्यक्षा व विधायक श्रीमती कृष्णा पूनिया, केश कला बोर्ड के अध्यक्ष श्री महेंद्र गहलोत, भू-दान यज्ञ बोर्ड के अध्यक्ष श्री लक्ष्मण कड़वासरा सहित अन्य जनप्रतिनिधि, छात्रसंघ के पदाधिकारी, अधिकारी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।