अनशन के 11वें दिन पैदल रैली निकाल दिया कलेक्टर को ज्ञापन
बीकानेर। प्रदेश के एकमात्र आवासीय खेल संस्थान सादुल स्पोर्ट्स स्कूल में फैली अव्यवस्थाओं और खिलाडिय़ों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ क्रीड़ा भारती और खिलाडिय़ों द्वारा शुरू की गई भूख हड़ताल आज ग्यारहवें दिन भी जारी है। पूर्व खिलाड़ी दानवीर सिंह भाटी ने बताया कि खिलाडिय़ों की मांगें जायज और स्पष्ट हैं, लेकिन अब तक प्रशासन और शिक्षा विभाग की ओर से इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। वार्ताओं का सिलसिला जारी रहा, लेकिन हर बार यह वार्ताएं निष्फल साबित हुईं, जिससे हड़ताली खिलाडिय़ों के बीच नाराजगी बढ़ती जा रही है। आज ग्यारहवें दिन हड़ताल के समर्थन में खेल प्रेमियों ने खुद सड़कों पर उतरकर प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
छात्रों ने सुबह स्पोर्ट्स स्कूल से कलेक्ट्री तक पैदल रैली निकाली और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने प्रशासन से मांग की कि विद्यालय में व्याप्त समस्याओं को तुरंत प्रभाव से सुलझाया जाए और खिलाडिय़ों के लिए निर्धारित बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। भैरुरतन ओझा ने बताया कि आज बीकानेर बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिदावत के नेतृत्व में धरना स्थल पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और खिलाडिय़ों के अधिकारों के लिए प्रशासन पर दबाव बनाने का वादा किया। इसी क्रम में विश्वजीत सिंह जी हारासर ने भी आंदोलनकारियों के साथ धरना स्थल पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि राजस्थान में खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए सादुल स्पोर्ट्स स्कूल की भूमिका महत्वपूर्ण है। इसकी दुर्व्यवस्थाएं न केवल बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हैं, बल्कि राज्य की खेल संस्कृति पर भी प्रहार है। उन्होंने कहा है कि यह संघर्ष सिर्फ सादुल स्पोर्ट्स स्कूल तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि प्रदेश के हर खेल संस्थान और खिलाड़ी के हक की लड़ाई बन जाएगा।