श्रीडूंगरगढ़ में हुआ किसान महासम्मेलन
जो किसान हित की बात करेगा वही देश में राज करेगा : तोलाराम जाखड़
बीकानेर। राजनीति से किसानों को फायदा नहीं, हर राजनैतिक पार्टी किसानों को मात्र एक वोट बैंक समझती है। मेरा उद्देश्य किसानों को जागरुक करना है, योजनाओं का वास्तविक लाभ किसानों को मिले ऐसा प्रयास रहेगा। यह बात भारतीय किसान संघ जोधपुर प्रांत बीकानेर जिला तहसील इकाई श्रीडूंगरगढ़ में आयोजित किसान महासम्मेलन को सम्बोधित करते हुए संयोजक तोलाराम जाखड़ ने कही। मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे प्रारंभ हुए इस महासम्मेलन के संयोजक तोलाराम जाखड़ ने कहा कि सरकार किसी की भी बने किसानों को योजनाओं का फायदा केवल कागज में मिलता है। किसान नेता तोलाराम जाखड़ ने कहा कि महासम्मेलन का मुख्य उद्देश्य किसानों को जागरुक करना है ताकि वे अपने हकों की लड़ाई स्वयं लड़ सके, उनकी समस्याओं पर मंथन व चिंतन के साथ समाधान भी हो। महासम्मेलन में विशेषज्ञों द्वारा किसानों को फसल बीमा योजना के बारे में पुख्ता जानकारी दी गई। किसान नेता जाखड़ ने कहा कि बात यदि केवल श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र की ही करें तो यहां के हालात बहुत खराब हैं। एक फाल्ट खराब होता है तो सात गांवों के फीडरों की लाइन कट जाती है। किसानों को 90 दिन तक कुछ नहीं मिलता और उसके बाद में आधा-अधूरा सामान देकर इतिश्री कर ली जाती है। फसल बीमा कम्पनियां भी नौटंकी का दूसरा रूप ही है। प्रीमियम के नाम पर किसानों से लूट और खराबे के बाद भटकाव के सिवाय कुछ नहीं मिलता। जनसेवक तोलाराम जाखड़ ने कहा कि अधिकारियों, नेताओं के लिए सर्किट हाउस होते हैं, लेकिन किसानों के लिए ठहराव का कोई स्थान नहीं है।
महासम्मेलन को सम्बोधित करते हुए भारतीय किसान संघ के प्रदेशाध्यक्ष दल्लाराम चौधरी ने कहा कि किसानों ने कभी मांगा नहीं, हमेशा दिया ही दिया है, किसान हमारे अन्नदाता हैं। किसानों को दो हजार यूनिट फ्री की आवश्यकता नहीं, सात घंटे निर्बाध बिजली मिले, कुशल प्रबंधन की आवश्यकता है, गुणवत्तापूर्वक बिजली मिले तभी किसानों को फायदा होगा।
प्रदेश मंत्री तुलछाराम सींवर ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित के लिए योजनाएं तो अनेक चलाई गई है लेकिन जमीनी स्तर पर उनका फायदा किसानों को नहीं मिल रहा। प्रशासनिक स्तर पर सुनवाई नहीं होना ही किसानों की बर्बादी का कारण बन रहा है।
महासम्मेलन में जोधपुर प्रांत अध्यक्ष माणकाराम परिहार, प्रांत मंत्री हरिराम, प्रांत मंत्री ओमसिंह, जिलाध्यक्ष कैलाश जाजड़ा, संभाग प्रमुख शंभु सिंह राठौड़, तहसील अध्यक्ष बजरंग सिंह तंवर, धनेसिंह एवं ईश्वरनाथ जाखड़ ने सम्बोधित किया। इससे पूर्व पूनम डेलू ने जैविक खेती के बारे में जानकारी प्रदान की। महासम्मेलन का शुभारम्भ भगवान बलराम, भारत माता के पूजन व ध्वजारोहण के साथ किया गया। महासम्मेलन में आरएसएस के टेकचंद बरडिय़ा का अभिनन्दन किया गया। कार्यक्रम में तहसील अध्यक्ष बजरंगसिंह तंवर, जिला कार्यसमिति सदस्य धन्नसिंह तंवर, भैराराम जाखड़, अजीतसिंह, रामूराम नैण, शंकरनाथ, सांवरमल सोनी, अनमोल मोदी आदि ने अथितियों का स्वागत किया। आयोजन के दौरान मोमासर उपसरपंच जुगराज संचेती, बापेऊ सरपंच ज्ञानाराम ज्याणी, जैसलसर सरपंच प्रतिनिधि सरजीत जाखड़, ठुकरियासर पूर्व सरपंच प्रतिनिधि ओमनाथ सिद्ध, भाजपा नेता मदनलाल जाखड़, सुनील तावणियां, मदनलाल मेघवाल, पूर्व जिला परिषद सदस्या धाई देवी जाखड़ आदि जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विशाल स्वामी ने किया।
महासम्मेलन के बाद निकाली रैली, ज्ञापन सौंप मांगा हक
महासम्मेलन के बाद रैली के रूप में उपखंड अधिकारी के मार्फत बीकानेर जिला कलक्टर को ज्ञापन प्रेषित किया गया। ज्ञापन में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना वर्ष 2021-22 व 2022-23 का फसल बीमा बकाया क्लेम का भुगतान तुरन्त करवाने, फसल बीमा के वर्ष 2021-22 व 2022-23 के क्रोप कटिंग के आंकड़े सार्वजनिक किए जाएं जिससे किसान अपनी गारंटी उपज जान सके व क्लेम की जानकारी प्राप्त कर सके। यूनिवर्सल सैम्पो बीमा कम्पनी की तीन वर्ष की ऑडिट किसानों के प्रतिनिधि मंडल को शामिल करते हुए करवाई जाए, ताकि कम्पनी द्वारा की गई धोखाधड़ी को उजागर किया जा सके। जिले में यूनिवर्सल सैम्पा बीमा कम्पनी द्वारा पूर्व में कई जिलों में फसल बीमा का कार्य था। अभी वर्तमान में कम्पनी राजस्थान से बाहर फसल बीमा का कार्य करने लगी है। ऐसे में पूर्व के वर्षों में फसल बीमा क्लेम की बकाया सेटलमेंट पूरा होने तक बीमा कम्पनी का बकाया प्रीमियम या सुरक्षा राशि का भुगतान न किया जाए तथा संबंधित बीमा शिकायतों के लिए जिला शिकायत निवारण कमेटी डीजीआरसीअी की बैठक कर किसानों की शिकायतों का निवारण किया जाने की मांग की गई। इसी के साथ ज्ञापन में किसानों को बीमा पॉलिसी वितरण करवाने, बीकानेर जिले के बकाया आदान-अनुदान का भुगतान करवाने एवं वर्ष 2023-24 में नहरी पानी नहीं मिलने, विद्युत आपूर्ति समय पर नहीं होने, वर्षा की कमी, अधिक तापमान के कारण किसानों खरीफ फसल में ग्वार, मोठ, मूंग, बाजरी, मूंगफली, तिल, नरमा आदि फसलों में 70 प्रतिशत से अधिक खराबा हो चुका है जिसका समय पर क्रोप कटिंग व गिरदावरी करवाकर किसानों को फसल बीमा क्लेम व आदान-अनुदान का लाभ दिलवाए जाने की मांग की गई है। इसके साथ किसानों को सात घंष्टे सुचारू रूप से गुणवत्तापूर्वक बिजली उपलब्ध करवाने, स्वीकृत ग्रीड सब-स्टेशनों का निर्माण करवाने, प्रस्तावित 132 केवी के जीएसएस शीघ्र स्वीकृत करवाने, किसानों के जले हुए ट्रांसफार्मर तुरन्त बदलवाने की मांग की गई। ज्ञापन में खरीफ फसल की खरीद केन्द्र पर समर्थन मूल्य पर खरीद तुरन्त शुरू करवाने, कॉपरेटिव सोसायटी में राज्यसरकार के निर्णय अनुसार किसानों को बिना ब्याज का डेढ़ लाख रुपए की राशि तक का ऋण दिए जाने की मांग की गई। रबी फसल की समय पर बिजाई हेतु नहरों के अंतिम छोर तक समय पर सिल्ट निकलवा कर पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जाए जिससे समय पर किसान अपनी फसल का बिजान कर सके।