फर्जी कस्टम अधिकारी गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा में फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर सोना लूट कांड का पुलिस ने 5 महीने बाद खुलासा कर दिया है। गैंग के दो सदस्यों और सोना खरीदने वाले सुनार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक अभियुक्त वेस्ट बंगाल का रहने वाला है। एक किलो सोना लॉकर रख दिया था। एक किलो सोना बेचकर प्लॉट खरीदा था। जयपुर के पटेल नगर निवासी मनीष सोनी की मंशा ज्वैलर्स के नाम से फर्म है। मनीष ने मार्च 2024 में शाहगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। मनीष का कहना था कि जनवरी 2024 में सवाई माधोपुर निवासी उनका कर्मचारी प्रदीप सिंह सोने के जेवरात लेकर कोलकाता गया था। वह अजमेर-सियालदाह एक्सप्रेस से जयपुर लौट रहा था। कैंट रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही दो व्यक्ति ट्रेन में चढ़े। खुद को कस्टम अधिकारी बताया।
प्रदीप को चेकिंग के नाम पर ट्रेन से उतार लिया। तस्करी का सोना बताते हुए प्रदीप को जेल भेजने की धमकी दी। ईदगाह पुल पर युवकों ने धमकी देकर प्रदीप से जेवरात से भरा बैग, मोबाइल और नकदी छीन ली। मनीष ने इनकम टैक्स के कारण 260 ग्राम से अधिक सोने के जेवरात लूट की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि 260 ग्राम सोना नहीं बल्कि 2 किलो सोना लूटा गया था। जिसकी बाजार में कीमत लगभग सवा दो करोड़ रुपये है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अभियुक्त सोना बेचने जा रहे थे। सभी अभियुक्त सर्राफ मनीष को पहले से जानते हैं। उन्हें जानकारी थी कि मनीष ने कितना सोना कहां भेजा है। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि लूटे हुए सोने के कुछ भाग को बेचकर अभियुक्तों ने 65 लाख का प्लॉट खरीदा है।