10 दिन के अल्टीमेटम के बाद भी नहीं सुधरे पीबीएम के हालात, बिशनाराम सियाग ने दी आंदोलन की चेतावनी
बीकानेर। कांग्रेस देहात जिलाध्यक्ष बिशनाराम सियाग ने कांग्रेस पदाधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने पीबीएम अधीक्षक से वार्ता कर आंदोलन की चेतावनी दी है। देहात जिलाध्यक्ष बिशनाराम सियाग ने बताया कि विगत 18 नवम्बर को पीबीएम प्रशासन को व्याप्त अव्यवस्थाओं में सुधार हेतु 10 दिन का अल्टीमेटम दिया गया था। आज मंगलवार को पुन: पीबीएम अस्पताल का निरीक्षण किया गया तो समस्याएं जस की तस रही और अव्यवस्थाओं का अम्बार लगा दिखा। सियाग ने अधीक्षक पीके सैनी से वार्ता कर पुन: चेताया कि अगर पूर्व में दिए गए ज्ञापन पर संज्ञान लेते हुए आगामी एक सप्ताह में समस्याओं का समाधान नहीं करते हैं तो निश्चित रूप से विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिला संगठन महासचिव मार्शल प्रहलाद सिंह ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल में शहर ब्लॉक अध्यक्ष आनन्द सिंह सोढा, जिला प्रवक्ता पूनमचंद भाम्भू, श्रीकृष्ण गोदारा, पार्षद प्रतिनिधि सुभाष स्वामी, जिला सचिव मालचंद कस्वां, एनएसयूआई के मनोज सियाग, यूथ कांग्रेस के भँवर कूकणा, प्रद्युमन पुरोहित, अशोक कुमार, सुभाष आदि मौजूद रहे।
आपको बता दें विगत 18 नवम्बर को बिशनाराम सियाग ने अस्पताल परिसर में बिगड़ी हुई सफाई व्यवस्था, बन्द पड़े सीसीटीवी कैमरों को चालू करवाने, चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, समय पर मरीजों की जांच, जनआधार की विसंगतियों व अनिवार्यता समाप्त करने, पार्किंग व्यवस्था में सुधार, वाहनों की चोरी की बढ़ती हुई घटनाओं को रोकने, संविदा कर्मियों और सुरक्षा कर्मचारियों की संविदा शर्तों के अनुसार पर्याप्त संख्या की जांच व उनके शोषण को रोकने आदि सम्बन्धित मांगपत्र अधीक्षक को सौंपा था तथा अधीक्षक से वार्ता में उल्लेखित समस्याओं के साथ-साथ आपातकालीन चिकित्सा, ट्रॉमा सेंटर एवं अन्य महत्वपूर्ण विभागों में मरीजों को सुगम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में गम्भीरतापूर्वक कार्य करने की मांग भी की थी।
सुलभ शौचालयों में हो रही अवैध वसूली
बिशनाराम सियाग ने बताया कि आमजन की मिल रही शिकायतों के बाद मंगलवार को फिर से निरीक्षण किया गया तो देखा गया कि पीबीएम परिसर में बने शौचालयों में शौच, मूत्र, स्नान आदि की अवैध रूप से निर्धारित दर से अधिक वसूली पाई गई। शौचालय के ठेकेदार निर्धारित शुल्क से अधिक अवैध वसूली कर रहे हैं। 10, 20 व 50 रुपये तक वसूली कर रहे हैं। सियाग ने बताया कि पीडि़तों की इस स्थली में धांधली का कारनामा यह भी है कि पीबीएम अस्पताल में बने शौचालयों के ताला लगाया हुआ है ताकि मरीजों अथवा उनके साथ परिजनों को शुल्क देकर बाहर परिसर में बने शौचालयों का उपयोग करना पड़े। इससे भी बड़ी यह है कि शुल्क लेकर सुविधा देने वाले शौचालय भी गंदगी से भरे पड़े हैं यानि मजबूरी में लोगों द्वारा अवैध शुल्क देकर स्वच्छ सुविधा भी नहीं मिल रही है।