भारत में ‘दुबई’ बना यह स्थान!
शिवम रेजीडेंसी में प्लॉट्स की बढ़ रही डिमांड, निवेश और रिहायश दोनों के लिए बेहतरीन अवसर : नरुका
गैस, तेल, सोलर और इंडस्ट्रीज हब से नाल रोड एरिया बन रहा बीकानेर का सबसे अधिक विकसित प्वाइंट
ओएनजीसी से एक किमी दूरी पर स्थित है शिवम रेजीडेंसी, सुखद और हरियाली भरा वातावरण के साथ हाइटेक सुविधाएं भी उपलब्ध
बीकानेर। भुजिया-पापड़ नमकीन और रसगुल्लों की नगरी बीकानेर अब इंडस्ट्रीयल हब बनने जा रहा है। हाल ही में बीकानेर नागौर बेसिन के सर्वे में तेल-गैस की खोज से इस क्षेत्र में औद्योगिक विकास के नये आयाम स्थापित हो सकेंगे। तेल, गैस, सोलर, क्ले ने बीकानेर के इस क्षेत्र को वाकई भारत का नया दुबई बनने से रोका नहीं जा सकता। शिवम डवलपर्स के डायरेक्टर मानसिंह नरुका ने बताया कि जबसे इस क्षेत्र में तेल-गैस के भंडार होने की जानकारी लोगों को पता चली है तब से आसपास क्षेत्रों में जमीन, प्लॉट्स, भूखंडों के भावों में यकायक तेजी होने लगी है।
डायरेक्टर मानसिंह नरुका ने बताया कि इस क्षेत्र में सौर ऊर्जा प्लांट्स की बहुतायत, सिरमिक हब होना तथा गैस पाइप लाइन आने से एवं ड्राइपोर्ट व विभिन्न तरह के खनिजों की भरमार ने इस क्षेत्र को इंडस्ट्रियल हब बना दिया है। बीकानेर से गुजरात को जबसे भारतमाला के साथ कनेक्ट किया गया है तब से बीकानेर-गुजरात की दूरियां भी आधी हो गई है। नरुका ने बताया कि यह सत्य भी है कि आगामी समय नाल रोड एरिया के लिए गोल्डन फ्यूचर साबित होगा। शिवम् रेजीडेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर महावीर मारु ने बताया कि इंडस्ट्रियल हब होने के साथ ही बीकानेर के इस दुबई (नाल क्षेत्र) में सुकून, सुखद और स्वच्छ वातावरण में निवेश अथवा रिहायश करना हो तो शिवम् रेजीडेंसी में आपका स्वागत है।
महावीर मारु ने बताया कि 10 हजार पेड़ों के सुखद और सुकून भरे वातावरण में शिवम् रेजीडेंसी न्यू ईयर ऑफर्स के साथ उपलब्ध है। शिवम रेजीडेंसी में विभिन्न साइज़ के भूखण्ड बार 1250 वर्गफीट, 1800 वर्गफीट एवं अन्य साइज़ में उपलब्ध है तथा कॉलोनी मंथ 30 फुट , 40 फुट और 60 फुट की चौड़ी सड़कें दी गई है। कॉलोनी में पानी बिजली की सुविधा पहले से उपलब्ध है। इस योजना में पट्टेशुदा भूखण्ड राशि 4 लाख रुपया से शुरू होती है। प्रोजेक्ट साइट देखने एवं अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए 76197-76197 पर भी संपर्क कर सकते है।